गोण्डा - जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, जनपद गोण्डा की ओर से जनपद गोण्डा के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षिकाओं एवं अनुदेशकों तथा रसोइयों की समस्याओं का निराकरण कराये जाने के संबंध दिए गए प्रत्यावेदन के क्रम में चार सदस्यीय समिति का गठन कर दस दिन में रिपोर्ट मांगी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा समस्याओं के समाधान में रूचि न लेने के कारण कई प्रकरणों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। प्रत्यावेदन में मुख्यतः मृतक शिक्षकों के आश्रितों की अनुकम्पा नियुक्ति, उनके देयकों का भुगतान, पेंशन स्वीकृति, रसोइयों का मानदेय भुगतान आदि प्रकरणों सहित कुल 11 बिंदुओं का उल्लेख किया है। प्रत्यावेदन में उल्लिखित बिन्दु प्रथम दृष्टया गंभीर प्रकृति के हैं जिनका समयबद्ध रूप से निस्तारण कराने तथा विभागीय स्तर पर किए जा रहे विलंब के सम्बन्ध में उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए कार्यवाही अपेक्षित है। इसलिए प्रत्यावेदन में बताए गए बिंदुओं पर ससमय कार्यवाही सुनिश्चित कराने के दृष्टिगत चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है जिसमें मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी अध्यक्ष, वीर बहादुर यादव, उपजिलाधिकारी (न्यायिक), सदस्य,जिला विद्यालय निरीक्षक सदस्य तथा मुख्य कोषाधिकारी को सदस्य नामित किया गया है।
जिलाधिकारी ने समिति को निर्देशित किया है कि प्रत्यावेदन के सभी बिंदुओं पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से आख्या एवं वांछित अभिलेख प्राप्त करते हुए उनके परीक्षणोंपरान्त प्रकरणवार आख्या 10 दिवस के अन्दर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। साथ ही जिन प्रकरणों के निस्तारण में विभागीय अधिकारियों के स्तर से लापरवाही पाई जाती है, उनके सम्बन्ध में उत्तरदायित्व भी निर्धारित किया जाए।
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