करनैलगंज: प्रधान ने मुख्यमंत्री से की लेखपाल की शिकायत, धमकी देने का आरोप


सीएम के जनसुनवाई पोर्टल पर एवं उच्चाधिकारियों से हुई शिकायत,लेखपाल ने कहा आरोप निराधार

करनैलगंज/गोण्डा - स्थानीय तहसील में करीब तीन वर्षों से अधिक समय से जमे एक लेखपाल के विरुद्ध ग्राम कादीपुर निवासी जयप्रकाश सिंह प्रधान ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल सहित उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत में कहा है कि वह ग्राम पंचायत कादीपुर का निर्वाचित ग्राम प्रधान है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत के विभिन्न मजरों के निवासी मृतक हो चुके लोगों के वारिसानों की वरासत में हल्का लेखपाल सुजीत कुमार भारती पैसे मांग रहे थे। ग्रामवासियों की शिकायत पर उन्होंने सुजीत कुमार से वरासत में रुपए न लेने की बात कही,जिस पर वह भड़क उठे। इसकी आनलाइन शिकायत की थी। बस इसी को लेकर सुजीत कुमार ने कहा कि अब तुम्हारे गांव का अस्तित्व ही मिटा देंगे जिससे तुम दुबारा प्रधान न हो सको और नगर पालिका विस्तार के समय षडयंत्र के तहत कूटरचित फर्जी रिपोर्ट भेजकर ग्राम पंचायत कादीपुर का अस्तित्व समाप्त करने का प्रयास करने लगे और कुछ हद तक सफल भी हुए। उनके ग्राम पंचायत कादीपुर का बृजलाल पुरवा,चमारन पुरवा व लाला पुरवा आंशिक रूप से नगर पालिका करनैलगंज के सीमा विस्तार में शामिल किया गया। जिसमें वास्तविक मतदाता करीब 300 हैं और ग्राम पंचायत में शेष बचे मतदाता करीब 1100 हैं फिर भी उनके गांव का अस्तित्व समाप्त करने के लिए जो गांव नगर पालिका की सीमा से बाहर हैं उस गांव के मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल कर लिया। उसके बाद भी कादीपुर की आबादी 1500 से ऊपर है फिर भी गांव का अस्तित्व समाप्त करने की प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई। सम्पूर्ण समाधान दिवस व जनता दर्शन में डीएम सहित अन्य अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई जिससे नाराज होकर लेखपाल सुजीत कुमार ने सोमवार दिनांक 21/08/2023 को नहर के पास प्रार्थी को रोंककर कहा कि अब तुम कभी दुबारा प्रधान नही बनोगे। यदि दुबारा शिकायत करोगे तो तुम्हारे विरुद्ध हरिजन एक्ट व दुष्कर्म जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भेजवा दूंगा। इसकी सम्पूर्ण व्यवस्था हमने कर ली है। उन्होंने कहा की एसडीएम महोदय से भी बात हो चुकी है और जैसे भी होगा तुम्हे जेल भेजवाकर रहूंगा। भेजे गए शिकायती पत्र  में प्रधान ने पूरे प्रकरण की जांच करवाकर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं मामले में जब लेखपाल सुजीत कुमार से बात की गई उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि ग्राम प्रधान झूठा आरोप लगाकर एक सरकारी कर्मचारी को बदनाम कर रहे हैं।  

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form