करनैलगंज/ गोण्डा - विगत दो वर्षों से चल रही वैश्विक महामारी के चलते जहाँ एक ओर आमजनमानस का जीवन प्रभावित हुआ है,कारोबार प्रभावित हुआ है वहीं इस महामारी से वर्षो पुरानी परम्पराएं भी टूटती नजर आ रही हैं। सावन माह में शिव मंदिरों पर भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक हेतु भारी भीड़ लगती थी। लेकिन पिछले दो वर्ष से यह परम्परा भी टूटती जा रही है। करनैलगंज क्षेत्र के प्रसिद्ध बरखंडीनाथ मंदिर जो पाण्डव कालीन माना गया है वहाँ सावन के पहले सोमवार को केवल आस पास् के ही ग्रामीण दिखे। शासन द्वारा कांवरियो के जलाभिषेक पर लगाई गई रोक तथा कोविड संक्रमण से बचाव के मद्देनजर मन्दिर जलाभिषेक के जगह लोग केवल दर्शन कर पाये। वहीं मन्दिर के महंत सुनीलपुरी द्वारा बताया गया कि मन्दिर में व्यवस्था हेतु 5 लोगो को लगाया गया है,शिवभक्तों को पहले से ही सूचना है कि वह अपने अपने घरो पर ही रह कर पूजा अर्चना व शिव आराधना करें।इस दरमियान कर्नलगंज कटरा घाट स्थित सरयू तट पर पुलिसकर्मियों की कड़ी पहरेदारी और सख्त ड्यूटी के चलते लोग सरयू में स्नान नहीं कर सके