करनैलगंज गोण्डा (रमेश पाण्डेय)। नगर पालिका क्षेत्र में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए गठित समितियां फिसड्डी साबित हो रही हैं। नामित पदाधिकारी व मिशनरी का कहीं दूर दूर तक अतापता नही है। नगर क्षेत्र के नागरिकों को कोविड 19 से बचाव व जरूरी परीक्षण करते हुये लगातार रिपोर्ट प्रेषित करने के लिये सभी वार्डो में कुछ माह पहले निगरानी समिति का गठन किया गया था। मगर टीम ने कोई कार्य नही किया है। मामला नगर पालिका परिषद करनैलगंज से जुड़ा है। सरकार के निर्देश पर बीते अगस्त माह में नगर के 25 वार्डो के नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये निगरानी समितियों का गठन किया गया था। जिसमे सभी वार्डों के सभासदों के साथ लेखपाल व पालिका कर्मचारी सामिल हैं। सभी समितियों को पल्स, पल्स आक्सीमीटर व टम्प्रेचर की माप करने के लिये थर्मल स्कैनर दिये गये थे। सभी समितियों को वार्ड में बाहर से आने वाले लोगों की सूचना देने व वार्ड के लोगों की तवियत खराब होने पर उनके टम्प्रेचर व पल्स की माप करते हुये कोविड से बचाव के जरूरी उपाय बताने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मगर किसी भी समिति ने अपनी जिम्मेदारी नही समझी। समिति के मेम्बरों के पास सभी उपकरण सो पीस बने उनके अलमारी की शोभा बढ़ा रहे हैं। जो सरकार की मंशा के विपरीत है और इन उपकरणों पर व्यय की गई सरकारी धनराशि भी बेकार साबित हो रही है। जबकि नगर के प्रत्येक मोहल्लों में कोविड के केस मिल रहे हैं। तमाम बाहरी प्रदेशो से लोग अपने घरों तक पहुंच गए। मगर इसकी भनक तक किसी को नही लगी। नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी राजीव रंजन सिंह ने स्वीकार किया कि समितियां सही से कार्य नही कर रही है। सभी समितियों के मेम्बरों को तत्काल बुलाकर सही से कार्य करने का निर्देश दिया जा रहा है।