जिलाधिकारी डॉ० उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण एवं बाढ़ स्टेयरिंग कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबन्धित विभागीय अधिकारियों को उनके विभाग से सम्बन्धित तैयारियों को बाढ़ से पहले पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए।
उन्होंने ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर बाढ़ सम्बन्धी बैठक आयोजित कर अपने स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर लें तथा राजस्व, बाढ़ प्रखण्ड और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाकर अपने-अपने तहसील क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण करा लें ताकि बाढ़ से पूर्व कहां पर क्या करने की आवश्यकता है, इसके बारे में जानकारी हो सके और समय रहते तैयारी पूर्ण कराई जा सके। अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिए कि वे बाढ़ क्षेत्रों की सूची उनके बाढ़ प्रखण्ड के अनुसार तैयार करा लें जिससे बाढ़़ के दौरान राहत कार्य पहुंचाने में दिक्तत न हो। अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड द्वारा बताया गया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए इस बार निम्न बिन्दुओं पर तैयारी की जा रही है।
बाढ़ चौकियों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बाढ़ चौकियों को ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर स्थापित किया जाय जिससे आवागमन सुगम हो और राहत एवं बचाव कार्य तत्काल हो सके।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया कि वे नालों का सत्यापन करा लें तथा यह सुनिश्चित करें कि बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मियों की तैनाती अनिवार्य रूप से हो। पीड़ितों एवं राहत कैम्पों में शु़द्व पेयजल मुहैया कराने के लिए उच्च स्थानों का चिन्हांकन कर नलों को उच्चीकृत कराने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ से पहले बाढ़ से प्रभावित होने वाले समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पीएचसी पर सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं तथा वहां पर तैनात होेने वाली मेडिकल टीम के अलावा वहां के लेखपालों एवं पंचायत सचिवों को आवश्यक दवाओं के बारे मे जानकारी देने के साथ ही उन्हें कुछ दवाइयां उपलब्ध करा दें, ताकि जरूरत पड़ने पर लेखपाल और सचिव सामान्य दवाइयां बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचा सकें।
पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ क्षेत्रों के पशुओं का सर्वे कराकर उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण करा दें। और बाढ़ से पहले भूसे का स्टॅाक सुरक्षित कर लें जिससे बाढ़ के दौरान मवेशियों को चारे की दिक्कत न हो। इसके अलावा बाढ़ के दौरान मवेशियों को उच्च एवं सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के लिए स्थल का चयन कर लें।
पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बाढ़ प्रभावितों को दी जाने वाली सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता समय से सुनिश्चित कराएं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे टूटी हुई सड़कों का सर्वे कराकर उनकी मरम्मत बाढ़ से पहले करा लें जिससे बाढ़ के दौरान आवागमन की दिक्कत न होने पाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी, सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता, जिला पंचायत राज अधिकारी रोहित कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार, पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला बाढ़ अधिकारी, सिंचाई विभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी, फायर विभाग, व अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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