गोण्डा - जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने भीषण ठण्ड व शीत लहर से बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें, सम्बन्धी जानकारी देते हुए जनसामान्य से अपील की है कि लोग स्वयं भी सचेत होकर शीत लहर से बचाव कर सकते हैं।
जिलाधिकरी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि स्थानीय रेडियो से मौसम की जानकारी लेते रहें। जलावन की लकड़ियां और पर्याप्त गरम कपड़ों के साथ आपात कालीन किट तैयार रखें। घर के अन्दर सुरक्षित रहें। शीतदंश के लक्षणों को पहचानें तथा शीतदंश की स्थिति में शीघ्र अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर जाएं।
कोयले की अंगीठी या मिट््टी के तेल का चूल्हा, हीटर आदि का प्रयोग करते समय सावधान रहें व कमरे को हवादार रखें ताकि जहरीले धुुएं से नुकसान न हो। विषम परिस्थितियों अथवा अत्यधिक सर्दी के समय के लिए ईंधन बचाकर रखें। शरीर को सूखा रखें तथा गीले कपड़े तुरन्त बदल लें, क्योंकि ये शरीर को नुुकसान पहंुचा सकते हैं। अपने परिवार को यथासम्भव घर के अन्दर सुुरक्षित रखें। घर में अलाव के साधन न हों तो अत्यधिक ठण्ड के दिनों में सामुदायिक केन्द्रों अथवा स्थलों पर जाएं, जहां पर प्रशासन द्वारा अलाव अथवा रैनबसेरे का प्रबन्ध किया गया हो। इसके साथ ही यथासम्भव कई स्तरों वाले गर्म कपड़े भी पहननेे चाहिए जिससे शीतदंश का प्रभाव न हो और शीतलहर से बचा सके।
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