करनैलगंज/गोण्डा। विश्व स्तनपान सप्ताह के शुभारंभ पर रविवार को ऑगनबाडी़ कार्यकत्री मीनाक्षी खरे एंव राधा कुमारी के द्वारा स्तनपान कराने वाली धात्री माताओं को जागरूक किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि शिशु के जन्म के पहले 1घंटे के भीतर मॉ का पहला पीला गाढा दूध अवश्य पिलायें, ये नवजात शिशु का पहला टीकाकारण है। स्तनपान कराने से शिशु में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जन्म से ले कर 6 माह तक केवल स्तनपान ही करायें। शिशु को पानी की एक बूंद भी 6 माह तक न दें, मॉ के दूध मे पर्याप्त मात्रा मे वो सारे पौष्टिक तत्व उपलब्ध हैं। जिससे शिशु के स्वास्थय का उचित विकास होता है। धात्री माताओं और परिवार के सदस्यों को यह संदेश प्रमुखता से दिया जा रहा है कि जन्म से ले कर 6 माह तक केवल स्तनपान ही करायें। पानी, डिब्बा बंद दूध, घुट्टी, शायद, का प्रयोग न करने की सलह दी गयी। स्तनपान कराने से शिशु को निमोनिया, डायरिया और कुपोषण के जोखिम से बचाया जा सकता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को जानकारी दी गयी कि स्तनपान कराने से पहले 40 सेकेण्ड तक अच्छी तरह से अपने हाथों को धुल कर ही शिशु को स्तनपान करायें। विश्व स्तनपान सप्ताह 1से 7 अगस्त तक मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि ये संकल्प लेते हैं कि ये संदेशा हम घर घर तक पहुँचायेंगे ताकि स्तनपान कराने वाली माताओं व परिवार के सदस्यों को जागरूक किया जायें।तभी सफल होगें जब कोई भी धात्री माता 6 माह तक अपने शिशु को केवल स्तनपान ही कराये।