करनैलगंज (गोण्डा)। ऑल बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले शुक्रवार को ट्विटर पर पूरे भारत में नंबर वन ट्रेंडिंग करा कर उत्तर प्रदेश सरकार को अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए मजबूर किया। प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत का कहना है बेरोजगारों के साथ विपक्षी पार्टियां भी टि्वटर ट्रेंड में दे रही साथ मुख्यमंत्री को पत्र भी लोग लिख रहे हैं की बेरोजगारों को भी सुनिए। शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के चलते प्रतियोगी छात्रों के पास ट्विटर जैसी सशक्त माध्यम से ही सरकार तक बात पहुंचाई जा रही शिक्षक भर्ती की मांग विगत 2 सालों से किया जा रहा है। फिर भी सरकार की नजर 15 लाख प्रशिक्षितों पर ध्यान नहीं जा रहा। डीएलएड बीटीसी, बीएड के लाखों प्रशिक्षित नई शिक्षक भर्ती की मांग की। अप्रकाशित एवं नवसृजित प्राथमिक शिक्षक पदों पर नई भर्ती डीएलएड के समस्त बैचो के लाखों प्रशिक्षु 69 हजार शिक्षक भर्ती में अचयनितों की संख्या लगभग साढे तीन लाख है। तथा अन्य डिग्री धारकों की संख्या लगभग 4 से पांच लाख इस प्रकार नई शिक्षक भर्ती के लिए आशान्वित अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 10 से 15 लाख है। सर्वोच्च न्यायालय के माध्यम से यह बात स्वीकार की गई है कि सरकार के पास 51 हजार 112 पद अप्रकाशित शेष हैं। इन समस्त पदों पर और पद जोड़ते हुए जो शिक्षक अपने अपने पद से सेवानिवृत्त हुए हैं या होने वाले हैं क्योंकि हर वर्ष नामांकन बढ़ रहा है। जिससे छात्र शिक्षक अनुपात को ध्यान में रखकर यह 51 हजार और शेष बचे पदों को जोड़कर एवं अधिक से अधिक भर्ती प्रस्ताव जल्द से जल्द लाया जाए। इस तरह प्रशिक्षुओं ने मांग टि्वटर ट्रेंड करके उठाई है। इस अभियान में जिलाध्यक्ष हर्षित सिंह सूर्यवंशी, अमित सिंह, ज्ञान सिंह, गणेश यादव, रामानुज दुबे, प्रांशू तिवारी, लवकुमार अवस्थी आदि लोग शामिल रहे।