गोण्डा-गुरूवार को जिला स्वस्च्छता समिति की बैठक जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में डीएम ने निर्देश दिए कि जनपद के सभी थानों, ब्लाक मुख्यालयों, तहसील मुख्यालयों प्रमुख स्थलों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर जमीन प्राप्त कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराया जाय।
स्वच्छता समिति की बैठक में डीएम ने निर्मित तथा निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालयों का शत-प्रतिशत जिओ टैगिंग कराने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा में ज्ञात हुआ कि 427 के सापेक्ष मात्र 11 गांव की उपभोग प्रमाण पत्र जारी किया गया। इस पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए डीएम ने ऐसे सभी पंचायत सचिवों व एडीओ पंचायतों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि खंड प्रेरकों की ब्लाकों पर उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए बायोमैट्रिक्स लगावाए जायें तथा क्षेत्र भ्रमण के लिए उनका भ्रमण रजिस्टर तैयार कराकर उनकी कारगुज़ारी की मानीटरिंग की जाय। इसके अलावा स्वच्छता कार्यक्रमों की मानीटरिंग के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सेल्फी पोस्ट कराई जाय। बैठक में आउट सोर्स कर्मियों के अनुबंध रिन्युअल के सम्बन्ध में डीएम ने निर्देश दिए कि सम्बन्धित कर्मियों की कारगुज़ारी की रिपोर्ट डीपीआरओ प्रस्तुत करें ताकि योग्य कार्मिकों का अनुबंध बढ़ाया जा सके और काम न करने वाले कार्मिकों को हटाकर नई जनशक्ति की तैनाती की जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी, सीएमओ डा0 अजय सिंह गौतम, डीपीओ मनोज कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी मोतीलाल, एडीपीआरओ, डीपीसी अभय प्रताप सिंह रमन व बृजेश श्रीवास्तव सहित स्वच्छता समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।
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