यह रविवारीय अवकाश इस बार जनपदवासियों के सेहत की दृष्टि से बेहद खास रहा। दूर दराज के इलाकों व मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों को इस दिन सेहत का वरदान मिला। मौका था मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले एवं खुशहाल परिवार दिवस का, जब जिले के दो शहरी स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 52 स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, परामर्श व इलाज, परिवार कल्याण सेवायें, आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने जैसी सुविधाएं लोगों को उनके घर के पास ही दी गयीं | इसके साथ ही बच्चों को दिमागी बुखार / मष्तिष्क ज्वर/ जैपनीज इन्सेफेलाइटिस (जेई) व एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान का भी शुभारंभ किया गया |
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अजय सिंह गौतम ने बताया कि मेले में बीमारियों की जांच व इलाज के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवायें, गर्भवती, बाल व किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी सेवायें अधिक से अधिक लोगों को एक जगह से प्रदान किये जाने पर जोर दिया गया |
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि 50 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और दो शहरी स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 52 जगहों पर आरोग्य मेला एवं खुशहाल परिवार दिवस का एक साथ आयोजन किया गया | मेले में सामान्य बुखार समेत अन्य मौसमी बीमारियों की जांच, गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण, दवा और सभी पैथालॉजी की जांच, सैनेटरी नैपकीन वितरण, नसबंदी के लिए लाभार्थियों का पंजीकरण, आंखों की जांच, क्षय रोग की जांच के साथ ही परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का वितरण किया गया | ये सभी सेवायें आमजन को बिल्कुल निःशुल्क प्रदान की गयीं |
ये सुविधाएं भी भी रहीं मौजूद –
एसीएमओ डॉ एपी सिंह ने बताया कि इस रविवार को सरकार द्वारा संचालित दो महत्वपूर्ण स्वास्थ्य कार्यक्रमों का एक साथ आयोजन किया गया | इस मौके पर लोगों को चिकित्सा व उपचार के अलावा संदर्भन की सुविधा, गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श, बच्चों में डायरिया, निमोनिया रोकने के लिए परामर्श सुविधा, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया व कुष्ठ रोग की स्क्रीनिंग, बीपी, शुगर, मुख, स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग, तंबाकू और मद्यपान छोड़ने के लिए परामर्श आदि सुविधायें दी गयीं |
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