बीएसए की बढ़ सकती है मुसीबत,लेनदेन के वायरल मैसेज पर बीएसए की भूमिका संदिग्ध,डीएम ने बैठाई 3 सदस्यीय जांच कमेटी।

 
 गोण्डा -  बुधवार को खण्ड शिक्षा अधिकारी वजीरगंज के निलंबन के बाद उक्त प्रकरण में अब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोण्डा की मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है,उक्त मामले में जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही द्वारा तीन सदस्यीय टीम गठित कर सीघ्र जाँच रिपोर्ट मांगी गई है। विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमो पर बेसिक शिक्षा  विभाग के अध्यापको के अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण मे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर इद्रंजीत प्रजापति द्वारा अपने अधीनस्थ कार्मिको के माध्यम से उत्कोच लिए जाने के समाचार तथा उत्कोच देने वाले अध्यापक की सूची वायरल हुई हैं। उक्त वायरल सूची में गीता,स्तुति मौर्या, मोनिका,सरिता वर्मा,सुमित चौधरी,प्रियंका दुबे,राम प्रकाश शुक्ल,सरिता,प्रेमलता यादव,सुचित्रा कैसर,संजू मौर्य तथा मनोरमा चौधरी से 1500 से 3000 रु तक धनराशि लिये जाने का अंकन है,इसके अलावा सोशल मीडिया पर डॉ इंद्रजीत प्रजापति जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की भूमिका संदिग्ध होने का समाचार भी वायरल हुआ जिसमें जन्मेजय कनिष्ठ लिपिक ,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय गोण्डा,विपिन श्रीवास्तव एकाउंटेंट के माध्यम से खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय वजीरगंज,विपिन मिश्रा अध्यापक, दिनेश वर्मा आशुलिपिक, बीएसए ,बीईओ वजीरगंज ममता सिंह तथा बीएसए डॉ इंद्रजीत प्रजापति की भूमिका भी संदिग्ध बताई गई है। तथा विगत 2 फरवरी को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अंतर्जनपदीय अध्यापक स्थानांतरण की रिलीविंग में भारी शांति व्यवस्था भंग होने की स्थित में कई मजिस्ट्रेट को मौके पर तत्काल भेजा गया,जहां शिक्षक सगठन के पदाधिकारियों को रिलीविंग बांटते हुए पाया गया और मौके पर मौजूद अध्यापकों में भारी असन्तोष देखने को मिला। जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में उक्त अव्यवस्था के सम्बंध में बीएसए द्वारा किसी भी उच्च अधिकारी को अवगत नही कराया गया बल्कि स्थानीय अभिसूचना इकाई व मीडिया द्वारा प्राप्त सूचना के क्रम में अधिकारियों को मौके पर भेजा गया। उक्त  अप्रिय स्थिति से किसी भी उच्च अधिकारी को अवगत न कराने से भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है। सरकार की भ्र्ष्टाचार पर जीरो टारलेंस नीति के क्रम में उक्त कृत से सरकार व जिले की धूमिल हुई है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी द्वारा सम्पूर्ण प्रकरण की विस्तृत जांच हेतु अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक,सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा देवीपाटन मण्डल को जांच अधिकारी नामित किया गया है। इतना ही नही जांच के दौरान विगत 2 फरवरी को पंतनगर स्थित बीएसए कार्यालय की सीसीटीवी फुटेज को भी जांच में संज्ञान लेने।तथा सोशल मीडिया पर वायरल हुए सभी मैसेज को भी संज्ञान में लेकर जांच करने का निर्देश दिया गया है । मामले में जांच टीम को अपनी जाँच आख्या तीन दिन में देनी होगी।

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