करनैलगंज (गोण्डा): कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है, मगर नगर में रह रहे गरीब तबके के लोग,रिक्सा चालक व अन्य यात्रियों के रात्रि गुजारने के लिये कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं हैं। जो पहले से बने भी हैं उनकी स्थिति बद से बत्तर है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बने रैन बसेर बंद रहने से मरीजों के परिजन अस्पताल के बाहर सोने को मजबूर हैं। तो वहीं नगर पालिका परिषद द्वारा लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले में बनाये गए रैन बसेरे में ख़ामियों की भरमार है ऐसे में कैसे मिले बेसहारों को पनाह। इन रैन बसेरों में ठहरने के बजाय यात्री बस स्टॉप व रेलवे स्टेशनों पर रात गुजारना बेहतर समझते हैं। नगर परिषद प्रशासन इसे लेकर कतई गंभीर नहीं है। ठंड की दस्तक से गरीब व असहायों की पीड़ा बढ़ गई है। नगर के बस स्टैंड के पास लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले में तथा सीएचसी करनैलगंज में गरीबों को ठंड से बचाने के उद्देश्य से रैन बसेरा का निर्माण कराया गया था। लेकिन रैन बसेरो में असुविधा के आभाव व ताला लगे रहने के कारण गरीबों को ठंड में रात गुजारने के लिए छत नसीब नही हो पा रहा है। हाल यह है कि गरीब लोगों तथा यात्रियों को दुकानों के शटर के नीचे तथा रेलवे स्टेशन पर शरण लेने को विवश होना पड़ रहा है। वही पूरे मामले पर उपजिलाधिकारी ज्ञान चंद्र गुप्ता का कहना है कि रैन बसेरे को संचालित करने के लिये अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया गया है अगर रैनबसेरों में कोई खामियां मिलती है तो उनसे स्पष्टीकरण मांगकर कार्यवाही की जायेगी।