गोण्डा - जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने आगामी अप्रैल माह में प्रस्तावित विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के दृष्टिगत जिला टास्क फोर्स समिति, विश्व क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम तथा पल्स पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर गुरुवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक कर उन्हें उनकी जिम्मेदारियां सौंपी। बैठक की शुरुआत में ही जिलाधिकारी ने संचारी रोगों के नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी कार्ययोजना न बनाने तथा कार्यवाही न करने पर कड़ी फटकार लगाई तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि कार्यशैली सुधार लें वरना उनके द्वारा कड़ा एक्शन लिया जाएगा। संचारी रोग नियंत्रक की समीक्षा में पिछले चरण के अभियान की प्रगति का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया, जिसमें मिली कमियों को इस अभियान में दूर करने हेतु जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित विभाध्यक्षों को निर्देशित किया।
इसके साथ ही आगामी माह में प्रस्तावित दस्तक अभियान हेतु विभिन्न विभागाध्यक्षों से उनकी तैयारियों की जानकारी ली और उनकी समीक्षा करते हुए गलतियों को सुधारने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अभियान से संबंधित माइक्रो प्लान बनाकर अविलंब स्वास्थ्य विभाग को प्रेषित कर दें, ताकि अभियान की रूपरेखा तय की जा सके। स्वास्थ्य विभाग तथा अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर निकायों में सभासदों के साथ संयुक्त बैठक कर संचारी रोग नियंत्रण में सहयोग प्राप्त करें।
उन्होंने जिला पंचायती राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गांवों में संचारी रोग से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं को माइक्रोप्लान में शामिल करें और ग्राम प्रधानों को उनके बारे में सूचित करें। आईसीडीएस विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर भेजकर कुपोषित बच्चों को चिन्हित करें द्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुपोषित बच्चों और संचारी रोग से जुड़े विभिन्न बिदुओं को एक विशेष प्रारूप पर नोट करें।
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक व बीएसए को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों में बुखार की प्रभावी ट्रैकिंग को सुनिश्चित कर आवश्यक होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था करें। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर लारविसाइडल समेत आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सम्बंधित विभाग संचारी रोग अभियान को बेहद गंभीरता के साथ लें और इससे जुड़ी कार्य योजना को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करें, ताकि संचारी रोगों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि खराब नलों को रिबोर कराया जाय तथा दूषित जल वाले नलों पर लाल निशान लगाकर लोगोें को उस नल का पानी न पीने के लिए जागरूक किया जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाईकर्मियों के गांव न जाने व साफ-सफाई न करने की शिकायत मिल रही हैं। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित कराया जाय कि गांवों मेें नालियों आदि की साफ कराई जाए तथा लापरवाही व मनमानी करने वाले सफाई कर्मियों को निलंबित करने की कार्यवाही की जाय। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी तथा उद्यान विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि मच्छर रोधी पौधों का अधिकाधिक रोपण कराएं तथा मलिन बस्तियों में विशेष सफाई अभियान चलाया जाय।
बैठक के उपरान्त जिलाधिकारी ने विश्व क्षय रोग उन्मूलन दिवस के अवसर पर अधिकारियों-कर्मचारियों को टीबी रोग उन्मूलन की शपथ दिलाई तथा आह्वान किया कि सभी जनपद स्तरीय अधिकारी कम से कम दो-दो टीबी मरीजों को गोद लें तथा उनको टीबी रोग से मुक्त बनाने के लिए काम करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आरएस केसरी, एसीएमओ डॉ ए0पी0 सिंह, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव, डाॅ0 टीपी जायसवाल, ईओ नगरपालिका संजय मिश्रा, यूनिसेफ के डीएमसी शेषनाथ सिंह, आरएनटीईपी के जिला समन्वयक विवेक सरन, यूएनडीपी के प्रतिनिधि राजेश सिंह, डीसीपीएम डा0 आरपी सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
Tags
Gonda