गोण्डा - शुक्रवार को महिला अस्पताल जिले के समस्त ब्लॉक के स्वास्थ्य केन्द्रों पर अंतराल दिवस मनाया गया । इस मौके पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लोगो को मनचाहे गर्भनिरोधक साधन जैसे- आईयूसीडी,अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला-एन व कंडोम का वितरण कर परिवार नियोजन की निःशुल्क सेवाएं प्रदान की गयी। लोगों को दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अन्तर ही माँ-बच्चे के स्वास्थ्य का मुख्य मन्त्र बताया गया।
सीएचसी करनैलगंज में अंतराल दिवस का आयोजन किया गया । इस मौके पर नव विवाहित योग्य दम्पत्तियों एवं दो या दो से अधिक बच्चों वाले माता-पिता को परिवार नियोजन संसाधनों को अपनाने के प्रति जागरुक एवं प्रेरित किया गया। लाभार्थियों को उनके पसंदीदा साधन निःशुल्क मुहैया कराए गये । स्टाफ नर्स वंदना ने बताया कि चार अंतरा इंजेक्शन, पांच आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईसी पिल्स), 12 माला-एन, 18 छाया गोली, 50 पीस कंडोम व एक आईयूसीडी की सेवा लाभार्थियों को प्रदान की गयी।
सीएचसी इटियाथोक के अधीक्षक डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में अलग काउंटर लगाकर परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों का लाभ उठाने हेतु लोगों को प्रेरित किया गया। स्टाफ नर्स नीति तिवारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 9 माला-एन, 19 पीस कंडोम, 9 ईसी पिल्स व 4 छाया गोली का वितरण तथा 3 अंतरा इंजेक्शन और एक आईयूसीडी लगाया गया ।
परसपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ लवकेश शुक्ला ने कहा कि परिवार नियोजन की जरूरत, नसबंदी से फायदे, सही उम्र में विवाह, बच्चों के जन्म सही समयांतराल, नवदंपतियों के लिए उपयुक्त गर्भ निरोधक के प्रयोग एवं परिवार नियोजन केअन्य अस्थायी साधन अपनाने पर जोर दिए जाने के उद्देश्य से ही हर शुक्रवार को अंतराल दिवस एवं प्रत्येक माह 21 तारीख़ को (अवकाश पड़ने पर अगले दिन) खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है । स्टाफ नर्स दृष्टि रावत के अनुसार, तीन अंतरा इंजेक्शन, 10 माला-एन, 15 महिलाओं को छाया गोली, 44 पीस कंडोम, 10 पीपी आईयूसीडी व एक आईयूसीडी की लगाया गया ।
खुशहाल हुए लाभार्थी
सीएचसी परसपुर में कटैला गाँव से पहुंची लाभार्थी अनुपम ने बताया कि एएनएम से अंतराल दिवस के बारे में जानकारी मिलने पर यहाँ आई, तो सभी साधनों के बारे में अच्छे से समझ आया । बास्केट ऑफ़ चॉइस से मैंने अंतरा इंजेक्शन चुना | मैं बहुत खुश हूँ कि मनचाहा गर्भनिरोधक साधन मिल गया । धमरैया से आई बावनमती ने अंतरा इंजेक्शन का लाभ लेने के बाद कहा कि अस्पताल आ तो गयी थी,पर डर लग रहा था कि साधन अपनाने के बाद कुछ परेशानी न झेलनी पड़ जाये, पर जब स्टाफ नर्स दृष्टि रावत ने सबके उपयोग और फायदों के बारे में बताया, तो डर ख़त्म हुआ । शिवगढ़ की सुनीता ने माला-एन गोली अंतरा इंजेक्शन लगवाया और कहा कि कौन-सा साधन अपनाएं, यह समस्या अधिकांश लोगों की होती है, पर अस्पताल आकर लोग इसका हल आसानी से पा सकते हैं ।
मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाना है उद्देश्य
एसीएमओ डॉ एपी सिंह का कहना है कि प्रत्येक शुक्रवार को स्वास्थ्य केन्द्रों पर अंतराल दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर में कमी लाना है। परिवार कल्याण कार्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए आमजन का सहयोग जरूरी है ।
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