करनैलगंज/गोण्डा - रेफरल यूनिट का दर्जा प्राप्त व दूसरों का इलाज करने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इस समय खुद बीमार चल रहा और इसकी निगरानी और देखरेख का दायित्व निभाने वाले जिम्मेदार अधिकारी इससे बेखबर हैं। जिला दृष्टिहीनता निवारण समिति गोंडा द्वारा प्रत्येक वर्ष लेंस प्रत्यारोपण विधि द्वारा आई ओ एल केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करनैलगंज पर निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया जाता है,जिसमें तहसील क्षेत्र अन्तर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे कटरा बाजार,परसपुर व हलधर मऊ के मरीजों का लेंस प्रत्यारोपण विधि द्वारा मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाता है। लेकिन करनैलगंज सीएचसी में आंख की ऑपरेशन वाली मशीन जिसे ऑपरेटिव माइक्रोस्कोप कहा जाता है काफी पुरानी होने से खराब हो चुकी है,बताया जा रहा है कि काफी लिखा पढ़ी होने के बावजूद जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसपर अब तक कोई ध्यान ही नहीं दिया जिसके चलते आँख के मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है। करनैलगंज सीएचसी पर दिवस प्रत्येक बुधवार को होने वाले नेत्र शिविर के लिये आज ग्रामीणों का सुबह से ही आना शुरू हो गया तथा दोपहर तक कई मरीज इक्कट्ठा हो गये जिसमें मोतियाबिंद व अन्य मर्ज से परेसान लोग शामिल थे, मरीजों ने बताया कि यहाँ प्रत्येक बुधवार को आखों के ऑपरेशन के लिये शिविर लगता था लेकिन आज मशीन खराब होने की वजह से ऑपरेशन नहीँ हो सका। लगभग एक दर्जन मरीजों का रजिस्ट्रेशन के बावजूद उन्हें खाली हाथ घर जाने को मजबूर थे क्योंकि मोतियाबिंद ऑपरेशन करने वाली मशीन खराब होने से ऑपरेशन नहीं हो सका। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आने वाले कई मरीज बगैर ऑपरेशन करवाये ही बैरंग वापस लौटने को मजबूर हुये। बुधवार को सीएचसी पर ऑपरेशन हेतु रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीजों में श्यामा देवी निवासी हरगांवा,केशव प्रसाद निवासी कुंवरपुर अमरोहा, सावन प्रसाद निवासी नकार, रसीद अहमद निवासी खुसली पुरवा नकार, रामअचल निवासी मोहम्मदपुर, रामकेवल निवासी बरगदी, रशीद अहमद निवासी सकरौरा, रफीक अहमद निवासी मोहम्मदपुर, रमजाना निवासी नई बाजार शामिल रहीं। जब मामले में ए डी देवीपाटन मण्डल आनन्द ओझा से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा।
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