करनैलगंज/गोण्डा - जाको राखे साईंयां मार सके न कोय। बालन बांका कर सके जो जग बैरी होय।।यह कहावत आज सुबह तब चरितार्थ हुई जब झाड़ियों ठण्ड से सिकुड़ रहा नवजात मानवीय सम्बेदना से भरी निगाहों में पड़ गया। और इलाज हेतु भर्ती कराने के बाद अब स्वस्थ दिख रहा है । मिली जानकारी के मुताबिक मामला आज सुबह का है। मौर्य नगर के पास लोगों को झाड़ियों में एक नवजात शिशु देखाई पड़ा जिसे किसी देवदूत द्वारा लाकर समीप के श्री भगवान हॉस्पिटल लाकर भर्ती कराया गया। उसे देखकर हॉस्पिटल चिकित्सक डॉ रवि वैश्य द्वारा तुरन्त उसका इलाज शुरू किया गया।बताया जा रहा है कि झाड़ियों में पड़े नवजात का शरीर ठण्ड की वजह से सिकुड़ कर नीला हो चुका था। अस्पताल के डॉक्टर रवि वैश्य द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई जिसपर कस्बा चौकी से एस आई परशुराम सिंह ने पहुँचकर नवजात को देखा और डॉक्टर से पूरी जानकारी ली। उधर नवजात के मिलने की खबर पाकर उसको गोद लेने के लिये कुछ लोग अस्पताल जा पहुंचे। श्री भगवान हॉस्पिटल के डॉ रवि वैश्य का कहना है कि नवजात को इलाज हेतु एन आई सी यू में रखा गया है तथा उसकी समुचित इलाज के साथ देखभाल की जा रही है। आम जनमानस में यह चर्चा जोरों पर है कि किसी कलयुगी माँ की करतूत से यह नवजात फेंका गया होगा।
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