रिश्वतखोर लेखपाल की बढ़ी मुसीबत,सस्पेंशन के बाद एफआईआर,लेखपाल भूमिगत

करनैलगंज/गोण्डा - वर्ष 2017 में प्रदेश की सत्ता सम्भालने के बाद भृष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कठोर कदम उठाते रहे हैं लेकिन करनैलगंज तहसील में तैनात लेखपालों पर इसका कोई भय नही रहा।उसी का नतीजा है कि करनैलगंज तहसील लेखपाल संघ के अध्यक्ष बसन्तलाल पिपरी माझा कटरा बाजार निवासी निर्भयराम से 90 हजार रुपये रिश्वत लेने के बाद भी कोई काम नहीं किया,इतना ही नही बल्कि शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दे डाली। सब तरफ से निराश होकर पीड़ित निर्भयराम ने विधानसभा के सामने आत्मदाह की कोशिश की। और इसी दरम्यान मामले मे लेखपाल के रिश्वत लेने का एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में आरोपी लेखपाल को निलंबित कर दिया गया लेकिन इतने पर भी लेखपाल की मुसीबत थमी नहीं और अन्ततः भृष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा तथा जान से मारने की धमकी देने का मुक़दमा दर्ज कराया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी लेखपाल पुलिस के भय भूमिगत है। रिपोर्ट लिखे जाने के बाद अब यह सवाल चर्चा में है कि आरोपी लेखपाल तहसील संघ का अध्यक्ष है ऐसे में क्या उसकी गिरफ्तारी हो पायेगी ? फिलहाल मुकदमे की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है पीड़ित को उम्मीद है कि उसे न्याय जरूर मिलेगा। वहीं मामले में क्षेत्राधिकारी मुन्ना उपाध्याय का कहना है कि माननीय न्यायालय के निर्देशों को दृष्टिगत रखते हुए विधिक कार्यवाही की जायेगी।

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