गोण्डा -
*"नसीब से नसीब थे किरदार निभाने वाले, इक शोर सा मचा जाते हैं खामोशी से जाने वाले*" ये पंक्तियां जिला महिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक रहे स्व0 डा0 ए0पी0 मिश्रा पर फिट बैठती हैं। स्व0 डा0 मिश्रा को नम आंखों से अधिकारियों-कर्मचारियों ने भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।
कोरोना संक्रमण से अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्व. डा0 मिश्रा की स्मृति में शुक्रवार को जिला महिला चिकित्सालय में अस्पताल परिवार की ओर से श्रद्धान्जलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें डीएम मार्कण्डेय शाही द्वारा स्व0 श्री मिश्र की पत्नी व बेटी की मौजूदगी में चित्र पर माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धान्जलि अर्पित की गई।
इससे पहले जिलाधिकारी द्वारा महिला अस्पताल परिसर में स्व0 मिश्र की पत्नी श्रीमती मालती मिश्रा व बेटी डा0 माण्डवी मिश्रा के साथ उनकी स्मृति में पौधरोपण किया गया। श्रद्धान्जलि सभा में स्व0 डा0 मिश्रा की संजीदगी, कर्तव्यों के प्रति निष्ठा व अधिकारियों-कर्मचारियों प्रति उनके स्नेह के तमाम संस्मरणों को साझा किया गया। लघु फिल्म के माध्यम से महिला चिकित्यालय में स्व0 मिश्रा द्वारा किए तमाम कार्यों की फोटो व वीडियो को दिखाया गया जिसे देख सभागार में उपस्थित सभी लोगों की आंखे नम हो गईं।
इस अवसर जिलाधिकारी ने कहा कि जिला महिला चिकित्सालय में स्व0 ए0पी0 मिश्रा की स्मृति में उद्यान व उन्हीं के नाम डा0 एपी मिश्रा वार्ड बनवाया जाएगा। मौके पर उपस्थित सीएमओ को उन्होंन निर्देश दिए कि इसके लिए वे तत्काल कार्य शुरू कर दें। जिलाधिकारी ने कहा कि अपनी कार्य व व्यवहार से अनन्त में विलीन हो चुके स्व0 अनन्त प्रकाश मिश्रा हर दिल में जिन्दा है और प्रेरणाश्रोत बने हुए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला महिला चिकित्सालय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना जिम्मेदारी के प्रति उनके समर्पण का परिणाम है। वे एक व्यक्ति या डाक्टर ही नहीं बल्कि एक किरदार थे।, और अपने किरदार को उन्होंने बखबी निभाया भी। उन्होंने कहा कि वे पहले ऐसे डाक्टर थे कि जब भी बतौर डीएम उनके द्वारा महिला अस्पताल में रात्रि निरीक्षण किया गया तो डा0 मिश्रा उन्हें अस्पताल में मौजूद मिले। उनकी टीम भावना व स्टाफ के प्रति उनका लगाव दूसरे लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत है। जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही स्व0 डा0 मिश्रा की बेटी को जिला महिला अस्पताल में नियुक्ति दी जाएगी।
इस अवसर पर स्व0 मिश्रा को याद कर भावुक स्वर में अपर निदेशक स्वास्थ्य देवीपाटन मण्डल डा0 आनन्द ओझा ने कहा कि उन्होंने एक डाक्टर नहीं बल्कि अपना छोटा भाई खोया है। मरीजों के प्रति उनकी संवेदनशीलता और समयबद्धता उनकी पहचान थी। वे कभी लेट नहीं होते थे। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में स्व0 डा0 मिश्रा द्वारा किए गए तमाम उत्कृष्ट कार्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ड्यूटी व जिम्मेदारी के प्रति उनके समर्पण को यदि हम सब अपने आचरण में उतारें तो यहीं स्व0 डा0 मिश्रा के लिए सच्ची श्रद्धान्जलि होगी। इस अवसर पर सभा में उपस्थित स्व0 डा0 एपी मिश्रा की धर्मपत्नी श्रीमती मालती मिश्रा भावुक हो उठीं। जिलाधिकारी ने उन्हें ढंाढस बंधाया तथा हर संभव मदद का आष्वासन दिया। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा श्रीमती मिश्रा को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र, राम चरित मानस की पुस्तक प्रदान की गई।
इस दौरान सीएमओ डा0 आरएस केसरीख् प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डा0 घनश्याम सिंह, सीएमएस जिला महिला चिकित्सालय डा0 ऊषा सिंह, डा0 शालू महेश, डा0 योगेन्द्र सिंह, डा0 राम लखन, डा0 सुवर्णा कुमार, डा0 ललिता केरकेटा, डा0 वेद प्रकाश चाौधरी तथा जिला महिला चिकित्सालय के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन चीफ फार्मासिस्ट शालिकराम त्रिपाठी द्वारा किया गया।
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