नदी में उल्टा प्रवाह,40 गांवों में बाढ़ का संकट,डीएम,एसपी व विधायक ने गाँवो का लिया जायजा।

गोण्डा - तहसील सदर अन्तर्गत विकासखण्ड रूपईडीह तथा इटियाथोक के बाढ़ प्रभावित गांवों की स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को विधायक कटरा बाजार बावन सिंह, डीएम मार्कण्डेय शाही तथा पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने रूपईडीह के ग्राम गोनरिया व भोलाजोत में पहुंचकर प्रभावितों को राशन किट तथा बिस्कुट व अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया। इसके साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ स्वयं सीएमओ डा0 आरएस0 केसरी ने गांवों में पहुंचकर आवश्यक दवाओं का वितरण कराना शुरू कर दिया है। पशुपालन विभाग की टीम द्वारा पशुओं का टीकाकरण चालू कर दिया गया है वहीं राजस्व विभाग व पूर्ति विभाग द्वारा प्रभावितों को राशन आदि मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है।
बताते चलें कि विगत दिनों हुई भारी बरसात के कारण बिसुही नदी का जलस्तर बढ़ने और केचमेंट का पानी आ जाने से नदी में उल्टा प्रवाह शुरू हो गया जिसके कारण तहसील सदर अंतर्गत विकासखंड इटियाथोक तथा रुपईडीह के लगभग 40 गांव जल मग्न हुए हैं।
   इस संबंध में जानकारी देते हुए अधीक्षण अभियंता नहर पंच दशम  त्रयंबक त्रिपाठी ने बताया है कि कुआनो और मनवर नदी का जलस्तर बढ़ने और बिसुही नदी में केचमेंट का पानी आ जाने के कारण नदी में उल्टा प्रवाह चालू हो गया जिसके कारण नदी का पानी कई गांव में घुस गया। उन्होंने बताया कि ब्लॉक इटियाथोक के पारा सराय, निरमापुर के मजरा अहिरन पुरवा, तेलियानी कानूनगो, हरैया झूमन में आंशिक जलमग्न की स्थिति उत्पन्न हुई है। इसी प्रकार विकासखंड रुपईडीह के मजरा अनंतपुर, असिधा, राजाजोत, भुडकुड़ी, कमडरवा, भुलईडीह, भोलाजोत, गोनरिया और परसपुर एलहवा सहित लगभग 40 मजरे प्रभावित हुए हैं।
जिलाधिकारी श्री शाही ने बताया कि राजस्व विभाग की टीमों द्वारा निरीक्षण कर फसल व घरों को हुई क्षति का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।रिपोर्ट के आधार पर प्रभावितों को अनुमन्य योजना के तहत घर व मुआवजा राशि दिलाने का कार्य किया जाएगा।बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थिति पर नजर बनाए रखने हेतु राजस्व टीमों को एलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही इमरजेंसी की स्थिति में नायब तहसीलदार सदर के मोबाइल नंबर 9454416071 व कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम के नंबर 05262-230125 पर कॉल करके सूचना दी जा सकती है और मदद प्राप्त की जा सकती है।
     अधीक्षण अभियंता श्री त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि विगत 22 जुलाई से नहर बंद थी। 20 वर्ष बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि नदी का पानी स्वतः उल्टा नहर में आ रहा है। उन्होंने बताया ऐसा इसलिए है कि घाघरा, कुआनो और मनवर नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है और पानी डिस्चार्ज नही हो पाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी।
  इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर सूरज पटेल, एसडीएम न्यायिक सदर कुलदीप सिंह सहित राजस्व, स्वास्थ्य, पूर्ति तथा पशुपालन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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