गोण्डा-डीएम मार्कण्डेय शाही द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव, वैक्सीनेशन की स्थिति व अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के लिए लगातार औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं। गुरुवार को डीएम मार्कण्डेय शाही तथा सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों काजीदेवर तथा वजीरगंज का औचक निरीक्षण किया था जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, वहीं वजीरगंज सीएचसी पर तैनात महीनों से गैरहाजिर चल रहीं बीपीएम बीना शुक्ला की सेवा समाप्ति के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी सबसे पहले सीएचसी काजीदेवर पहुंचे। वहां पर निरीक्षण के दौरान सीएचसी अधीक्षक उपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान डीएम व सीडीओ को आवश्यक दवाओं की लिस्ट अपडेट नहीं मिली। निर्देश दिए कि ईडीएल की लिस्ट मानक अनुरूप प्रदर्शित व व्यवस्थित की जाय। डीएम ने मौके पर ही उपस्थित डिप्टी सीएमओ डा0 मलिक आलमगीर को निर्देशित किया कि वे जिला अस्पताल, महिला अस्पताल तथा सीएचसी व पीएचसी पर नियमानुसार आवश्यक ईडीएल की लिस्ट की फ्लेक्सी बनवाकर प्रदर्शित कराएं। ओपीडी रजिस्टर चेक करने पर ज्ञात हुआ कि वहां पर विगत 24 अप्रैल से ओपीडी नहीं हुई है। टीकाकरण कक्ष में निरीक्षण के दौरान टीकाकरण की पुरानी सारिणी प्रदर्शित मिली। डीएम ने निर्देश दिए कि तत्काल टीकाकरण की नई सारिणी प्रदर्शित कराएं। लेबर रूम का निरीक्षण के दौरान वहां पर बदबू आने पर डीएम ने सीएचसी अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई तथा निर्देश दिए कि लेबर रूम एकदम साफ-सुथरा व बदबूरहित होना चाहिए अन्यथा कठोर एक्शन लिया जाएगा। लेबर रूम में आवश्यक वस्तुएं भी हर हाल में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना के तहत माह अप्रैल 2020 से अभी तक भुगतान लम्बित होने पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की तथा एक सप्ताह में भुगतान सुनिश्चित न कराने पर कार्यवाही की चेतावनी दी है। एमसीटीएस कार्ड गर्भवती महिला की सम्पूर्ण डिटेल न भरे जाने के कारण जननी सुरक्षा योजना का भुगतान होने में आ रही परेशानी पर डीएम ने निर्देश दिए कि प्रत्येक एमसीटीएस कार्ड पर पूरी डिटेल पंजीकरण के समय ही भरवाई जाए ताकि भुगतान में दिक्कत न हो। वहां पर डीएम ने बीपीएम, बीसीपीएम तथा बैम का जाॅब चार्ट उपलब्ध कराने तथा अब तक उनकी कारगुजारी का ब्यौरा उपलब्ध कराने के आदेश सीएचसी अधीक्षक को दिए।
काजीदेवर सीएचसी का निरीक्षण करने के बाद डीएम व सीडीओ वजीरगंज सीएचसी पहुंचे, अधीक्षक उपस्थित मिले। वहां पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित कराया जाय कि सभी अधीक्षक तथा एमओ स्वयं ओपीडी में निर्धारित समय तक बैठें तथा मरीजों को देखें। वहां पर डीएम ने अधीक्षक कक्ष, कोल्ड चेन, दवा भण्डार कक्ष, ओपीडी रजिस्टर, मूवमेंट रजिस्टर, जननी सुरक्षा योजना व आशाओं का भुगतान रजिस्टर सहित अन्य अभिलेखों का अवलोकन किया। डीएम ने सीएचसी अधीक्षक को निर्देश दिए कि वे अगले दो दिन में खड विकास अधिकारी के साथ उनकी सीएचसी के अन्तर्गत आने वाली सभी पीएचसी व सब सेन्टर का निरीक्षण जेई के साथ कर लें तथा ग्राम सभाओं में अनटाइड फंड की स्थिति का ब्यौरा प्रस्तुत करें तथा निष्क्रिय खातों को सक्रिय कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अनटाइड फण्ड से गांवों में वजन मशीन, थर्मामीटर व अन्य जरूरी सामानों की खरीद कराएं। निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि ब्लाक पर तैनात ब्लॉक अकाउंट मैनेजर डीपीएम ऑफिस में सम्बद्ध है। डीएम ने तत्काल बैम की सम्बद्धता समाप्त कर सीएचसी पर वापस भेजने के निर्देश दिए हैं। उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि बीपीएम बीना शुक्ला विगत कई दिनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित चल रही हैं। डीएम ने बीपीएम की सेवा समाप्त कर अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।
निरीक्षणों के दौरान डिप्टी सीएमओ डा0 मलिक आलमगीर तथा ओएसडी शिवराज शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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