गोण्डा (रमेश पाण्डेय)। बैंकों के कर्मचारियों की मनमानी तानाशाही पूर्ण रवैया थमने का नाम नहीं ले रहा है। काम ना करने या स्टाफ की कमी होने पर सर्वर नहीं होने का बहाना बना लिया जाता है। जनहित के लिए बनाई गई संस्थाएं जनता को शोषित, परेशान करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं। आए दिन बैंकों में उपभोक्ता और बैंककर्मियों के बीच तनाव का माहौल बना रहता है। ऐसा ही एक मामला एसबीआई बैंक शाखा गोण्डा से प्रकाश में आया है। उक्त बैंक का खाता धारक शेर बहादुर सिंह सेवानिवृत्त अवर अभियंता के पेंशन का खाता अकारण बैंक कर्मियों ने बंद कर दिया। जबकि उस खाते से नियमित लेन-देन हो रहा था। बिना सूचना के अचानक खाता बंद हो जाने से खाता धारक को मानसिक व आर्थिक रूप से कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था व कार्यालय मुख्य कोषाधिकारी ने भारतीय स्टेट बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक को प्रकरण की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध करवाई व पेंशनर का खाता चालू कराने के लिए पत्र लिखा है।