करनैलगंज गोण्डा ( रमेश पाण्डेय)। लेखपाल द्वारा भूमि की पैमाइस करने के लिए 25 हजार की घूस लेने के बावजूद पैमाइस न करने का ऑडियो शोसल मीडिया पर वायरल होने के बाद जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन हवा हवाई साबित हो रहा है। एक माह बाद भी जांच नही हुई। दो अलग अलग पीड़ितों ने मामले की फिर से डीएम व एसडीएम से मामले की शिकायत की है। तहसील करनैलगंज के अंतर्गत ग्राम बहुवन मदार मांझा तेलहन पुरवा निवासी शिवनाथ यादव ने दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है की उनके गांव में नियुक्त लेखपाल विनोद कुमार सिंह ने पिछ्ले 3 वर्षों से उसके जमीन की माप नही कर रहे हैं। जमीन जिसकी गाटा संख्या 3986 की पैमाइश के बाबत एसडीएम का आदेश भी इन्हें प्राप्त हो चुका है। एक बार पैमाइस की गई तो इनके द्वारा पक्षपात किया गया। लेखपाल ने 22 लट्ठा जमीन को 18 लट्ठा बताकर गलत रिपोर्ट लगा दी। जब उसने पुनः एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया। उन्होंने दूसरी टीम गठित कर माप करवाई जिसमे हमारी जमीन पूरी 22 लट्ठा निकली। पैमाइश के लिए आई दूसरी टीम द्वारा लगाई गई रिपोर्ट की कॉपी इस शिकायत पत्र के साथ संलग्न की गई। दूसरी टीम द्वारा कार्य करने से पहले विनोद कुमार सिंह लेखपाल ने सही रिपोर्ट लगाने के लिए पीड़ित से 5 हजार रुपये मार्च 2017में,10 हजार रुपये 10 जनवरी 2019 और 10 हजार रुपये 1 फरवरी 2019 को घूस के रूप में लिया। किन्तु आजतक उन्होंने सिर्फ दौड़ाया। उसको किसी प्रकार का न्याय नही मिला तथा एसडीएम के आदेशों की अवहेलना की। घूस लेने के बाद भी लेखपाल ने सच्चाई पर आधारित कार्य भी नही किया। लेखपाल ने दोनों तरफ से घुस लेकर मामले को दबा दिया। प्रार्थना पत्र में ऐसे लेखपाल के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की गई है। उधर गांव के दूसरे शिकायतकर्ता समयदीन ने इसी लेखपाल पर जमीन की पैमाइस करने के लिए हदबरारी दायर करने लिए 3 हजार व पैमाइस के लिए 5 हजार रुपये लेने का आरोप लगाते हुए जमीन की पैमाइस अब तक न करने का आरोप लगाया है। उधर पहले लेखपाल व पीड़ित के बीच पैसे के लेनदेन का एक ऑडियो भी शोसल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसका संज्ञान एसडीएम ने लिया था। एसडीएम शतुघ्न पाठक बताते हैं कि मामला शोसल मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया था। लेखपाल के विरुद्ध आरोपों की जांच तहसीलदार करनैलगंज को सौंपी गई थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।