करनैलगंज गोण्डा (रमेश पाण्डेय)। करनैलगंज ब्लॉक के गेहूं क्रय केंद्र पर अधिकारियों व कर्मचारियों का बोलबाला है। मनमाने ढंग से गेहूं क्रय केंद्र का संचालन किया जा रहा है। कभी क्रय केंद्र को खोला जाता है तो कभी बंद रखा जाता है। शुक्रवार को गेहूं क्रय केंद्र पूरी तरह बंद रहा। कोई भी कर्मचारी क्रय केंद्र पर उपस्थित नहीं था। इसके अलावा मंडी में क्रय केंद्र संचालित होने के नाते लॉकडाउन के 3 दिनों तक मंडी बंद होने के साथ-साथ गेहूं क्रय केंद्र में बंद रहेगा। गेहूं क्रय केंद्र न खुलने से किसानों की समस्या और बढ़ गई है। एक तरफ सहालग का समय है तो दूसरी तरफ किसान खेतों की उपज को बेचने के लिए बिचौलियों का सहारा ले रहा है। सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद की स्थिति बेहद खराब चल रही है। सरकारी क्रय केंद्रों पर सरकारी रेट में किसान गेहूं नहीं बेच पा रहे हैं। बल्कि बाजार में व्यापारियों के हाथ 1500 से 1550 रुपए में गेहूं की बिक्री कर रहे हैं। जिसमें उनको करीब 300 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ रहा है। एसडीएम शत्रुघ्न पाठक बताते हैं कि गेहूं क्रय केंद्र क्यों बंद है इसकी जानकारी ली जा रही है। और मतगणना के दौरान गेहूं क्रय केंद्र का संचालन बंद नहीं किया जाएगा। जो किसान गेहूं सरकारी केंद्रों पर बेचना चाहें वह बेच सकते है।