गोण्डा (रमेश पाण्डेय)। इस समय पूरा देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में लोगों को कहीं ऑक्सीजन तो कहीं बेड की किल्लत है। फिर भी बहुत गरीमत है कि इन सभी की फैक्ट्री है। मोनू चौरसिया ने कहा ऑक्सीजन खरीदा जा सकता है फैक्ट्री में बनाया जा सकता है। उसके बावजूद लोग मर रहे है। सोंचने वाली बात है यदि इस महामारी में खून की मांग होती तो जैसे ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा है। इस स्थिति में कभी ऐसी महामारी ब्लड को लेके आती है तब क्या होगा लोग सोच भी नही सकते। ऐसे में न कोई सरकार बचा पाएगी लोगों को मरने से और न ही कोई फैक्ट्री। इस लिए सभी युवा स्वस्थ लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक होना चाहिए और हर तीन महीने में रक्तदान करते रहना चाहिए। जिससे रक्त की कमी से भारत जैसे विशाल देश को भविष्य में न जूझना पड़े।