करनैलगंज/गोण्डा। पंचायत चुनाव के पूर्व ग्राम पंचायतों में आरक्षण नीति एवं गलत तरीके से गांव पंचायत को आरक्षित करने का विरोध ग्रामीणों ने शुरू कर दिया है। एक ग्राम पंचायत के करीब 200 से अधिक मतदाताओं में जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र भेजकर आरक्षण को बदलने की मांग की है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो समस्त मतदाता मतदान का बहिष्कार करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। विकास खंड करनैलगंज की ग्राम पंचायत नकहरा के करीब 200 ग्रामीणों ने जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि ग्राम पंचायत नकहरा को मौजूदा समय में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। जो पूर्णतया गलत है। इस समय ग्राम पंचायत में कुल मतदाता 1 हजार 6 सौ 90 हैं। जिसमें सामान्य जाति के मात्र 7 मतदाता है और अनुसूचित जाति के 130 मतदाता तथा 1553 मतदाता पिछड़ी जाति के हैं। सबसे अधिक पिछड़ी जाति के मतदाता होने के बावजूद भी इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। जबकि आरक्षण के तहत पिछड़ी जाति के लिए होना चाहिए। इसे नजरअंदाज करके मनमाने तरीके से आरक्षण का निर्धारण किया गया है। ग्रामीणों ने पत्र में कहा है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो गांव के समस्त मतदाता मतदान का बहिष्कार करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। प्रार्थना पत्र देने वाले लोगों में ओम प्रकाश गोस्वामी, शीतल, ओंकार, श्रीनाथ यादव, राजू, अरविंद, राजेश, विजय शंकर, संतोष, ओमप्रकाश, बसंत लाल, रामकुमार, नान भैया, दुखीराम, शीला, मुंशीलाल, लाजवंती, बेचन लाल, सुषमा, खुशीराम, आराधना, मालिक राम, जिलेदार, ओंकार, बाबूलाल समेत तमाम मतदाता के हस्ताक्षर हैं।