गोण्डा-सरकार महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत पात्रों का गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए आगामी 10 मार्च से शुरू हो रहे अभियान को लेकर डीएम मार्कण्डेय शाही ने कलेक्ट्रेट सभागार में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में डीएम श्री शााही ने बताया कि आगामी 10 मार्च से 24 मार्च तक जिले की सभी ग्राम पंचायतों में कैम्प लगाकर काॅमन सर्विस सेन्टरों के माध्यम से पात्रों के गोल्डेन कार्ड बनाए जाएगें। उन्होंने बताया कि अभियान में एक लाख ग्यारह हजार से अधिक परिवारों के गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने सीमएओ को सख्त निर्देश दिए कि कैम्पों के आयोजन के पहले पर्ची वितरण का कार्य प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करा दें तथा लक्ष्य के सापेक्ष यदि गोल्डेन कार्ड न बनाए जाय तो दोषी अधिकारी अथवा कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
समीक्षा में ज्ञात हुआ कि जनपद में कुल लक्ष्य दो लाख पांच हजार सात सौ पैंतीस के सापेक्ष अभी तक मात्र एक लाख अट्ठाइस हजार कार्ड बनाए गए हैं। डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अभियान के दौरान लक्षित सभी पात्रों का गोल्डेन कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा में ज्ञात हुआ कि बहुतायत संख्या मे बीएलई की सक्रियता बेहद खराब है और वे सरकारी योजनाओं में सहयोग नहीं प्रदान कर रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जो सीएससी वीएलई आयुष्मान कार्ड कैम्प करने में रुचि नहीं ले रहे हैं, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए और उसकी रिपोर्ट जिला स्तरीय टास्क फोर्स को प्रस्तुत की जाए. जिलाधिकारी ने सभी ग्राम पंचायतों में अभियान के सफल आयोजन के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध भी सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में सीडीओ शंशांक त्रिपाठी, सीएमओ डा0 अजय सिंह गौतम, डीपीओ मनोज कुमार, डीपीआरओ सभाजीत पाण्डेय, सीएससी प्रबन्धक सुनील तिवारी, आयुष्मान योजना के प्रबन्धक सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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