चल-अचल संपत्ति का मामला,डॉ इंद्रजीत सहित जिले में रह चुके अन्य BSA तक पहुँची आँच,शासन ने लिया संज्ञान,एडी बेसिक कुछ बोलने से बचे।

गोण्डा - शासन द्वारा दिये गये कड़ें निर्देशो के बावजूद भी कुछ अफसरों द्वारा अपनी चल-अचल सम्पत्ति का विवरण न दिये जाने पर शासन ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुये एक सप्ताह के अन्दर सम्पूर्ण विवरण दिये जाने के लिये एक बार फिर कड़ा निर्देश दिया है,जिसमे गोण्डा में तैनात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ इंद्रजीत प्रजापति सहित जिले में इसके पहले रह चुके अन्य कई बेसिक शिक्षा अधिकारियों का नाम भी शामिल है। निदेशक बेसिक शिक्षा उप्र द्वारा प्रदेश के समस्त संयुक्त निदेशक उप्र, समस्त सहायक निदेशक (बेसिक),समस्त प्राचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान उप्र समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को विगत 25 जनवरी 2021 को जारी पत्र में स्पस्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि उप्र  शैक्षिक(सामान्य सेवा संवर्ग) सेवा समहू - ख श्रेणी के सभी अधिकारी जिन्होंने अद्यतन चल-अचल संपत्ति का विवरण उपलब्ध नहीं कराया है,उनके खिलाफ उप्र सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-10( 2)के अन्तर्गत  कारण बताओ नोटिस देकर एक सप्ताह के अन्दर विवरण उपलब्ध कराने की कड़ी चेतावनी दी गई है। आपको बता दें कि शासन द्वारा जारी पत्र में गोण्डा में तैनात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ इंद्रजीत प्रजापति सहित जिले में इसके पहले तैनात रह चुके प्रदीप पाण्डेय,शिवेंद्र प्रताप सिंह तथा अजय कुमार सिंह का नाम प्रमुख रूप शामिल है। निदेशक बेसिक शिक्षा उप्र द्वारा जारी सूची में डॉ इंद्रजीत प्रजापति, प्रदीप कुमार पाण्डेय समेत अन्य कई अधिकारियों की वर्तमान तैनाती का जिक्र न होना भी कहीं न कहीं अपने आप मे प्रश्नवाचक निशान है। वहीं जब इस मामले में एडी बेसिक विनय मोहन वन से कृत कार्यवाई के बारे में दूरभाष पर जानने की कोशिश की गई तो वह कुछ बताने से कतराने  लगे और उन्होंने कुछ स्पस्ट बोलने के बजाय कहा कि इस संदर्भ में बीएसए ही बता पायेंगे।

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