गोण्डा - वरासत अभियान को लेकर डीएम मार्कण्डेय शाही की सख्ती की लाभ जिले की जनता को बड़े पैमाने पर मिल रहा है तथा जिला वरासत अभियान में मण्डल में अव्वल आया है। डीएम के प्रयासों से देवीपाटन मण्डल के तीन अन्य जनपदों बहराइच, बलरामपुर तथा श्रावस्ती में निर्विवाद वरासत के कुल मामलों के सापेक्ष अकेले गोण्डा में डेढ़ गुना निर्विवाद वरासतें दर्ज की गई हैं तथा लोगों को तहसील मुख्यालयों का चक्कर लगाए बिना ही घर बैठे उनकी वरासतें दर्ज हुई हैं। कई लोगों ने डीएम को फोन करके धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा है कि बिना किसी सुविधा शुल्क व परेशानी के उसकी लम्बे समय से लंबित वरासत का मामला निपट गया है।
जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बताया कि शासन के निर्देशन में जनपद गोण्डा के अविवादित वरासत के लम्बित मामलों की जांच कराकर मृतक खातेदारों के विधिक वारिसान का नाम दर्ज कराने हेतु चलाए गए अभियान में 15 फरवरी तक कुल 31 हजार 518 आवेदन पत्र हुए जिनके सापेक्ष 30 हजार 816 लोगों की वरासत दर्ज कराई गई जिसमें तहसील गोण्डा में 7027, करनैलगंज में 6412, तरबगंज में 7586 तथा मनाकपुर में 9791 वरासतें दर्ज हुईं। जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यवााही से एक ओर जहंा लोगों को भागदौड़ से छुटकारा मिला है वहीं वरासत के मुकदमों का बोझ भी तहसीलों से कम हुआ है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा जनता की सुविधा को देखते हुए वरासत अभियान की मियाद आगामी 28 फरवरी तक बढ़ा दी गई है।
जिलाधिकारी ने वरासत अभियान के बावत जनपद के निवासियों व जनप्रतिनिधियों से भी अपील की है कि यदि किसी मृतक खातेदार की वरासत दर्ज न होने का प्रकरण उनकी जानकारी में आता है तो वे इसकी सूचना तत्काल राजस्व विभाग के अधिकारियों को अवश्य दें जिससे सम्बन्धित व्यक्ति की वरासत दर्ज कराई जा सके। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने स्तर पर इसकी नियमित समीक्षा करें तथा वरासत अभियान की प्रगति से उन्हें रोजाना अवगत कराएं।
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