गोण्डा - जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने शनिवार को स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इटियाथोक का औचक निरीक्षण किया। वहां पहुंचकर डीएम ने सबसे पहले कर्मचारियों की उपस्थिति चेक की तो चार कर्मचारी रितु पाण्डेय, नीती तिवारी, अन्जू चतुर्वेदी तथा संजय प्रजापति गैर हाजिर मिले। डीएम ने बिना सूचना अनुपस्थित चारों कर्मचारियों से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं।
इसके बाद डीएम ने प्रभारी चिकित्सा अधीक्षिका श्वेता तिवारी से आवश्यक दवाओं की सूची मांगी तो वे डीएम को सूची नहीं दिखा सकीं। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आवश्यक दवाओं की सूची बोर्ड पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना का रजिस्टर चेक पर डीएम को गम्भीर स्थिति मिली। निरीक्षण में पाया गया कि विगत वर्ष अप्रैल 2020 से जननी सुरक्षा योजना के सैकड़ों लाभार्थियों को भुगतान नहीं प्राप्त हुआ है। यह भी पाया गया कि जननी सुरक्षा योजना तथा आशाओं के भुगतान की गलत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। इस पर डीएम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को फटकार लगाते हुए सीएमओ से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। निरीक्षण के दौरान सीएचसी प्रभारी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद डीएम सीधे ब्लाक इटियाथोक मुख्यालय पहुंचे। वहां पर ब्लाक परिसर में गन्दगी देख नाराज डीएम ने एडीओ पंचायत केके तिवारी को कड़ी फटकार लगाई तथा निर्देश दिए के सोमवार के पहले ब्लाक परिसर साफ-सुथरा हो जाना चाहिए। परिसर में बने चबूतरों को भी एक सप्ताह के अन्दर दुरूस्त कराकर रंगरोगन कराने के निर्देश दिए।
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