गोंडा- जाको राखे साइंया मार सके न कोय, बाल न बांका कर सके जो जग बैरी होय।यह कहावत शुक्रवार को उस समय चरितार्थ हुई जब मनकापुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत झिलाही बाजार के पास एक पुल के नीचे पड़े धीमी-धीमी आवाज में रो रहे एक नवजात शिशु के रोदन की आवाज सुनकर पहुँची महिला सिपाहियों द्वारा उसे उठाकर लाया गया और अपनी देखरेख में उसका समुचित इलाज करवा कर उसे चाइल्ड केयर होम के सुपुर्द किया गया। बताया जा रहा है कि डायल 112 की गाड़ी झिलाही बाजार के पास पुल से निकल रही थी तभी महिला पुलिसकर्मियों को नवजात के रोने की आवाज सुनाई देने पर महिला कांस्टेबल अंतिमा यादव तथा सरिता यादव ने वहाँ जाकर बच्चे की स्थिति देखकर उसे उठा लिया और महिला पुलिस कर्मियों ने उसे ममता की छाँव देकर ले जाकर अपनी देखरेख में इलाज कराया कुछ देर बाद बच्चे के स्वस्थ होने पर नवजात शिशु को चाइल्ड केयर होम के सुपुर्द कर दिया। महिला सिपाही अंतिमा यादव व सरिता यादव के साथ 112 कर्मियों द्वारा पेश की गई मानवता की मिसाल की लोगों द्वारा जमकर सराहना की जा रही है।