संस्कृत विद्यालयों का नहीं कोई पुरसाहाल


करनैलगंज गोण्डा(ब्यूरो)। संस्कृत विद्यालयों का कोई पुरसाहाल नही है,स्कूल में न शिक्षक का पता न छात्रों का, मौके पर व्यप्त गन्दगी कई दिनों से स्कूल न खुलने की कहानी बयां कर रहे हैं। सरकार संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है तो स्कूल के शिक्षक सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। प्रतिमाह भारी भरकम वेतन लेने वाले शिक्षक विद्यालय आना नही चाहते। विकास खंड परसपुर अंतर्गत ग्राम कड़रू के नेताजी सुभाष संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यायल कड़रू पूरे हाकिम में शनिवार की दोपहर में यहां कोई छात्र व शिक्षक मौजूद नही था। परिसर में गन्दगी की भरमार थी। जिससे साफ जाहिर हो रहा था। कि विद्यालय का संचालन नही हो रहा है। यहां दो कक्ष बिना छत के खंडहर के रूप में दिख रहे हैं। प्रधानाध्यापक कक्ष के सामने छोटा सा टीनसेड का बरामदा है। प्रधानाध्यापक कक्ष में ताला लटक रहा था, सामने जूनियर स्तर तक एक विद्यालय और संचालित है। वहां मौजूद हृदेष कुमार पाठक से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि वह संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय में चार शिक्षक तैनात हैं, मगर उसमे से एक शिक्षक भी नियमित स्कूल नही आते। सप्ताह में एक आध दिन घन्टे दो घन्टे के लिये आते है, यहां अक्सर ताला लगा रहता है। उन्होंने बताया कि वह विद्यालय का नियमित संचालन कराने का प्रयास कर रहे हैं। मगर प्रधानाध्यापक व शिक्षक सहयोग नही कर रहे है, बल्कि स्कूल के संचालन के मामले में पड़ने पर जान से मार देने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन माह पूर्व छात्र संख्या सहित अन्य विवरण जानने के लिये लिखित रूप से पत्र डाक विभाग के माध्यम से भेजा था। उसका जवाब आज तक नही मिला है। प्रधानाध्यापक संत शरण तिवारी ने बताया कि शनिवार से परीक्षा प्रारम्भ हुई है, तीन शिक्षक परीक्षा डियूटी में लगे हैं। वह भी बच्चों का प्रवेश पत्र लेकर करनैलगंज गये थे। जिससे विद्यायल में ताला लगा है। उन्होंने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक विद्यालय संचालित है। कक्षा 8 से 12 तक 68 बच्चे दर्ज थे, जिनकी परीक्षा शुरू हो गई है। कक्षा 6 व 7 में मात्र 4 बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय का प्रतिदिन संचालन हो रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जांच कराकर  कार्रवाई की जायेगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form