अनचाहे गर्भ की चिंता से मुक्ति हेतु बढायें गर्भनिरोधक साधनों की स्वीकार्यता

गोण्डा - ‘जीवन में भरो रंग, परिवार नियोजन के संग’ का सन्देश समुदाय में पहुँचाने हेतु सोमवार को जिले के समस्त सोलह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया । योग्य दम्पत्तियों और नव विवाहित जोड़ों को बास्केट ऑफ़ चॉइस से गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने हेतु प्रेरित किया गया । इच्छुक दम्पत्तियों को उनके मन मुताबिक गर्भनिरोधक सेवाएं प्रदान की गयीं ।
सीएचसी खरगूपुर में अधीक्षक डॉ जेपी शुक्ला के नेतृत्व में खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया । इस मौके पर 27 महिलाओं को नसबंदी की सेवा जिला महिला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ सुवर्णा द्वारा प्रदान की गयी ।
सीएचसी वजीरगंज में अधीक्षक डॉ आशुतोष शुक्ला की अध्यक्षता में मनाये गए खुशहाल परिवार दिवस में त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा तीन, गर्भनिरोधक गोली माला-एन दस, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया सोलह व बीस ईसी पिल्स (आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली) की सेवा लाभार्थियों को प्रदान की गयी   सीएचसी परसपुर अधीक्षक डॉ लवकेश शुक्ला ने बताया कि लाभार्थियों को नसबंदी व अन्य परिवार नियोजन सेवाओं से होने वाले लाभ की जानकारी दी गयी । उन्होंने क्षेत्र की आशाओं को निर्देश दिया कि वह दंपति को परिवार कल्याण की सेवाएं लेने के लिए जागरूक करें तथा इच्छुक लाभार्थियों को स्वास्थ्य केंद्र तक लाकर परिवार कल्याण की सेवाएं दिलाने का कार्य करें ।स्टाफ नर्स दृष्टि रावत द्वारा काउंसलिंग के बाद इच्छुक लाभार्थियों को 32  माला-एन, 21 छाया गोली, 36 कंडोम एवं तीन पीपीआईयूसीडी की सेवा दी गयी ।
सीएचसी करनैलगंज अधीक्षक सुरेश चंद्रा ने कहा कि परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए शासन के निर्देश पर हर माह की 21 तारीख को खुशहाल दिवस मनाया जाता है । इस दिवस पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लक्षित दंपत्ति की काउसंलिंग लोगों को उनके जरूरत के अनुसार परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराये जाते हैं ।
मनचाहे गर्भनिरोधक साधन पाकर संतुष्ट हुए लाभार्थी 
सीएचसी करनैलगंज में आई लाभार्थी रेनू ने कहा कि मेरे चार बच्चे हैं और अब मैं गर्भ धारण नहीं चाहती, लेकिन नसबंदी कराने और दवा खाने से डर लगता है । गाँव की आशा के सहयोग से आज के इस कार्यक्रम में आई तो स्टाफ नर्स अरुली पोलोस ने सभी साधनों के के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद मैंने अंतरा इंजेक्शन चुना है । अनचाहे गर्भ से बचने के लिए मनमुताबिक साधन पाकर खुश हूँ | वहीं परसपुर सीएचसी पर आई लाभार्थी सोनी, काजल व सलमा ने मनचाहे गर्भनिरोधक साधन का लाभ पाकर प्रसन्नता जाहिर की ।
एसीएमओ आरसीएच डॉ एपी सिंह ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है । खुशहाल परिवार दिवस के तहत प्रसव वाली उच्च जोखिम गर्भावस्था में चिन्हित महिलाएं, नव विवाहित दम्पति (जिनका विवाह एक वर्ष के अन्दर हुआ है) और वह दम्पति, जिनके दो या दो से अधिक बच्चे हैं, उन्हें परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करते हुए विस्तार से जानकारी दी जाती है ।फैमिली प्लानिंग लाजिस्टिक मैनेजर सलाहुद्दीन लारी ने कहा कि खुशहाल परिवार दिवस में विभिन्न गर्भनिरोधक साधनों को अपनाने को लेकर भ्रांति भी दूर की जाती है । दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी जाती है | परिवार पूरा कर चुके योग्य दंपती को परिवार नियोजन के स्थाई साधन (नसबंदी) अपनाने की सलाह दी जाती है । लाभार्थियों को सभी सामग्रियां मुफ्त उपलब्ध करायी जाती हैं ।

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