शासन द्वारा नामित अधिकारी ललिता प्रदीप ने तीन ब्लाकों का भ्रमण कर स्कूलों की परखी हकीकत

गोण्डा - शासन द्वारा नामित अधिकारी अपर निदेशक, बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा जनपद गोंडा के प्राथमिक विद्यालय खरहटिया, पंडरी कृपाल, प्राथमिक विद्यालय विश्वागनेश, पंडरी कृपाल, उच्च प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर वैरिया ।।, पंडरी कृपाल, कॉम्पोजिट विद्यालय सोनबरसा, पंडरी कृपाल, प्राथमिक विद्यालय देवरिया अलवाल , मुजेहना, प्राथमिक विद्यालय देवरिया अलवाल, मुजेहना, प्राथमिक विद्यालय लखनीपुर, मुजेहना, प्राथमिक विद्यालय जोतिया बेलहरी, मुजेहना, उच्च प्राथमिक विद्यालय धानेपुर, मुजेहना, के0जी0बी0वी0 मुजेहना, प्राथमिक विद्यालय बगुलही, इटियाथोक, के0जी0बी0वी0 का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में छात्रों के शैक्षणिक स्तर, विद्यालय में मुहैया कराए जा रहे विभिन्न सुविधाओं के साथ-साथ भौतिक संसाधनों का बहुत ही बारीकी से परीक्षण किया गया तथा बच्चों के साथ सीधा संवाद स्थापित करते हुए उनके शैक्षणिक स्तर की जानकारी प्राप्त की गई। इसमें कॉम्पोजिट विद्यालय सोनबरसा में पाया गया कि विद्यालय कॉम्पोजिट होने के बावजूद वहां के अध्यापक पृथक पृथक अर्थात प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक प्राथमिक में तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय में ही शिक्षण कार्य कर रहे थे। प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय में किसी भी प्रकार का सहयोग नही प्रदान किया जा रहा था। जिस के क्रम में अपर निदेशक महोदय द्वारा अस्पष्ट रुप से खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आप व्यक्तिगत रूप से मॉनिटरिंग करते हुए समस्त कॉम्पोजिट विद्यालयों में एक संयुक्त कार्ययोजना बनाकर कक्षा 1 से 8 तक की कक्षाओं में शिक्षण कार्य हेतु प्रत्येक अध्यापक को समान रूप से कार्य आवंटित करते हुए शिक्षण कार्य संपन्न कराएं। क्योंकि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की बहुत कमी है जिसे इस कंपोजिट विद्यालय में प्राथमिक स्तर के अध्यापकों को सम्मानित करते हुए पूरा किया जा सकता है। इसके साथ ही अपर निदेशक महोदय द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मुजेहना का निरीक्षण किया गया, जिसमें मात्र 52 बालिकाएं उपस्थित उपस्थित पाए जाने का कारण जानने पर वार्डन द्वारा बताया गया कि वहां केवल एक फुल टाइम टीचर ही है, जो कि प्रभारी वार्डन भी है। जिसके कारण अर्थात स्टाफ की कमी के कारण अभी समस्त बच्चियों को वहां पर रोकने में कठिनाई हो रही है। इस पर उन्होंने तत्काल स्टॉप चयन हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। वही कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय इटियाथोक में 72 बालिकाओं की उपस्थिति थी तथा वहां की वार्डन द्वारा किए जा रहे बेहतरीन प्रयास का सराहना भी किया गया। इस कार्य में अपर निदेशक महोदय के साथ खंड शिक्षा अधिकारी पंडरी कृपाल व जिला समन्वयक राजेश सिंह तथा गणेश गुप्ता उपस्थित रहे।

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