करनैलगंज-हैरतअंगेज कारनामा,मण्डी समिति में करोड़ों का घोटाला


माँ वाराही न्यूज का बड़ा खुलासा - करोड़ों डकार गये जिम्मेदार,जा सकती है नौकरी

करनैलगंज/ गोण्डा - जहाँ एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार भृष्टाचार पर नकेल कसने में जुटी हुई है तथा प्रदेश को भृष्टाचार मुक्त बनाने का दावा कर रही है वहीँ कुछ जिम्मेदार पदों पर आसीन लोग मलाई काटने से सरकार के दामन को कालिख लगाने से बाज आने को तैयार नहीं हैं। जिसके उदाहरण के तौर पर करनैलगंज तहसील मुख्यालय स्थित मंडी समिति  के कर्मचारियों द्वारा किये गये बड़े घोटाले को देखा जा सकता है। लगता तो यह है कि इन घोटालेबाजो को शायद योगी के डन्डे का भी डर नहीं रहा। मिली जानकारी के मुताबिक करनैलगंज मण्डी समिति के तत्कालीन सचिव तथा उनके मातहत कर्मचारियों की मिलीभगत से विभाग को करोड़ों रुपये का बड़ा नुकसान पहुंचा है। इस गोलमाल घोटाले का खुलासा तब हुआ जब विभागीय ऑडिट शुरू हुई,विभागीय आडिट में यह बड़ा घोटाला प्रकाश में आया तो यहाँ के जिम्मेदारों की शातिराना चाल देखकर जाँच अधिकारी भी भौचक्के रह गये। उपनिदेशक प्रशासन ज्योति यादव ने मामले को गम्भीरतापूर्वक लिया और मण्डी समिति में तैनात घोटालेबाज अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा विभाग को पहुंचाये गये नुकसान की भरवाई हेतु 15 दिसंबर 2021तक डेडलाइन दी है। बताया जा रहा है कि उक्त घोटाले में शामिल हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव व प्रमोद कुमार श्रीवास्तव का कोविड काल में निधन हो चुका है। बताते चलें कि बीते वित्तीय वर्ष 2013/14 से वर्ष 2020/21 की विभागीय आडिट विभागीय संप्रेक्षक दल मण्डी परिषद लखनऊ द्वारा विगत 7 सितम्बर 2021 से 10 सितम्बर 2021 के मध्य हुई आडिट के बाद विभागीय विशेष संप्रेक्षण आख्या से यह ज्ञात हुआ कि करनैलगंज मण्डी समिति के जिम्मेदारों द्वारा बड़े चालाकी के साथ रु. 2,25,17,043 का विभाग को चुना लगाया गया है विभागीय आडिट में यह खुलासा हुआ कि मण्डी समिति के कर्मचारियों द्वारा व्यापारियों से बगैर मण्डी शुल्क लिये ही उन्हें गेट पास जारी कर दिया गया। इस घोटाले में विभागीय नुकसान की भरपाई हेतु उपनिदेशक प्रशासन द्वारा  27 नवंबर 2021 को नोटिस जारी करके गबन राशि को सीघ्र जमा करने का कड़ा निर्देश जारी कर कहा गया कि मामले में दोषी सभी कर्मचारियों के सभी प्रकार के देय जो विभाग द्वारा किया जाना है को तुरन्त रोक दिया जाये।निर्देश में कहा गया कि दोषी कर्मचारियों द्वारा जब तक विभागीय क्षति की भरपाई नहीं की जाती है तब तक इन सभी के सेवानिवृत्त संबंधी भुगतान व अन्य कोई भुगतान नहीं किया जायेगा।

हो सकते हैं अभी और खुलासे

 सूत्रों की माने तो करनैलगंज मंडी परिषद में कई और भी बड़ेेेे खुलासे हो सकते हैं जो अभी लोगोंं की नजर से ओझल हैं। मण्डी समिति में पकड़े गये घोटाले में तत्कालीन मण्डी सचिव मोहम्मद इसराइल,स्व.प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ,अमरनाथ मण्डी सहायक,स्व.हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामदीन पर पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा है। मामले प्रभारी सचिव राजेश सिंह का कहना है कि यदि आरोपी कर्मचारियों द्वारा 15 दिसम्बर तक गबनराशि नहीं जमा की गई तो सभी आरोपियों को एक नोटिस देने के बाद उन्हें निलम्बित कर दिया जायेगा।

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