समुदाय विशेष को लाभ देने में फँसे दिनारी प्रधान,भृष्टाचार की जाँच हेतु जिला स्तरीय टीम गठित

गोण्डा - उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बढ़ते अपराध व भृष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये चाहे जितना भी दम्भ भले भर ले लेकिन लोगो द्वारा भृष्टाचार के लिये नित नये तरीके इजाद किये जा रहे हैं,जिसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत दिनारी है। जहाँ ग्राम प्रधान द्वारा एक ही समुदाय के लोगो के खेतों में मेढ़ बन्दी का कार्य कराने का आरोप लगा है। मामले में संकल्प ग्रामीण विकास फाउंडेशन द्वारा डीएम से की गई शिकायत पर सीडीओ द्वारा तीन सदस्यीय जाँच कमेटी गठित की गई है। संकल्प फाउंडेशन द्वारा दिनारी चार में स्थानों पर बगैर कार्य कराये ही भुगतान किये जाने की शिकायत की गई थी। मामले में भृष्टाचार की जाँच हेतु गठित कमेटी में उपायुक्त श्रम रोजगार गोंडा के नेतृत्व में खंड विकास अधिकारी कर्नलगंज के साथ अवर अभियन्ता डी आर डी ए को  जाँच की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।जाँच टीम से एक सप्ताह में जाँच कर रिपोर्ट माँगी गयी है। बता दें कि, दिनारी गांव में फैले भृष्टाचार को लेकर फाउंडेशन के अध्यक्ष रजनीश प्रताप सिंह द्वारा विगत 14 सितंबर को डीएम से शिकायत करके कहा गया था कि उक्त गांव मे मनरेगा के तहत एक ही समुदाय विशेष को वर्ष 2021- 22 में मेढ़ बंदी का कार्य का लाभ दिया गया जो जांच का विषय है।इतना ही नही की गई शिकायत में प्रधान पर बरसात के समय फर्जी डिमांड कर भुगतान कराने का भी आरोप लगाया गया है जबकि वह भुगतान मई-जून में ही कर दिया गया था। वहीं फर्जी तरीके से नहर की पटरी पर मिट्टी पिटाई का कार्य दिखाकर भुगतान लेने का गम्भीर आरोप लगाया गया है। फिलहाल संकल्प ग्रामीण विकास फाउंडेशन द्वारा लगाये गये आरोपों में कितना दम है,और जांचोपरांत क्या कार्यवाही होगी यह तो अब जाँच के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दिनारी गाँव के भृष्टाचार हेतु जिला स्तरीय जाँच कमेटी के गठन के बाद हड़कम्प मच गया है।

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