करनैलगंज गोण्डा (रमेश पाण्डेय)। तहसील मुख्यालय से तीन किमी दक्षिण में स्थित ग्राम पंचायत सकरौरा ग्रामीण के छः बड़े मजरे छतईपुरवा,जानकीपुरवा,भिम्भापुरवा,कुन्नू पुरवा,सुर्जीपुरवा,बैरागीपुरवा के ग्रामवासी विकास कार्य के नाम पर मूलभूत सुविधाओं से अछूते हैं। यहाँ आजादी से अब तक न तो पंचायत भवन का निर्माण हुआ और न ही सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ।
इन मजरों के बच्चे सरकारी स्कूलों के लिए तरस रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई भी प्राथमिक या जूनियर विद्यालय तक की स्थापना नहीं हुई। जिससे इन मजरों के बच्चे रेलवे क्रासिंग पार करके पढ़ाई के लिए जाते हैं। कुछ बच्चे मजबूरन निजी विद्यालयों में पढ़ने को विवश हैं। निजी विद्यालयों में इतनी ज्यादा फीस है जो गरीब परिवार के अभिभावक वहन करने में अक्षम हैं। यही कारण है जो ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में साक्षरता दर घटती जा रही है। पढ़ाई के उम्र में बच्चे दुकानों पर नौकरी करने को मजबूर हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के साथ लोगों का काफिला जगह जगह वोट मांगते दिखाई दे रहा है। सभी प्रत्यशियों के लिए इस बार ये अहम मुद्दे हैं। इन गांवों के प्रबुद्धजनों में भी वार्ता चल रही है,कि इस बार उसी प्रत्याशी को चुना जाएगा। जो चुनाव जीतने के बाद इन मांगों को पूरा करेगा।