गोण्डा - स्वास्थ विभाग में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ डीएम मार्कण्डेय शाही का एक्शन जारी है। दो कर्मचारियों की सेवा समाप्ति के साथ ही कई अधिकारियों का डीएम ने वेतन बाधित करने के साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश के बावजूद स्वास्थ्य कार्यक्रमों में रुचि न लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की, वहीं मई 2020 से ड्यूटी ना कर रहे सीएचओ कोयली जंगल वजीरगंज जितेंद्र कुमार तथा सोनौली मोहम्मदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलसर की एएनएम सुनीता मौर्या की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की है। इसके साथ ही जिला अस्पताल के एसएमओ स्टोर का वेतन बाधित करते हुए स्पष्टीकरण तलब करने व महिला अस्पताल की डॉक्टर शालू को नोटिस जारी कर विभागीय कारवाही शुरू करने तथा जिला अस्पताल के डीपीएम को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के आदेश दिए हैं।
बताते चलें कि जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि उनके द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रवार अधिकारियों कर्मचारियों की योजनावार कारगुजारी का डाटा तैयार कराया जा रहा है तथा सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने में मनमानी करने वाले अधिकारियो कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी।
बैठक में गोल्डन कार्ड की समीक्षा में ज्ञात हुआ कि इटियाथोक, कर्नलगंज, कटरा बाजार, पंडरीकृपाल तथा हलधरमऊ की स्थिति खराब है। जिलाधिकारी ने संबंधित प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा फीडिंग में प्रदेश में 45वीं रैंक मिलने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। संस्थागत प्रसव में काजीदेवर, इटियाथोक, हलधरमऊ, कटरा बाजार तथा मनकापुर की स्थिति खराब पाई गई। एचआईवी टेस्ट में काजीदेवर, बेलसर, बभनजोत तथा इटियाथोक विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में फिसड्डी काजीदेवर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को जिलाधिकारी ने तत्काल हटाने के आदेश सीएमओ को दिए हैं तथा प्रभारी चिकित्साधिकारी इटियाथोक को कड़ी फटकार लगाई है। बीपीएम वजीरगंज बीना शुक्ला द्वारा नियमित ड्यूटी न करने की शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आशा इंसेंटिव भुगतान की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई । जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि 21 जनवरी 2021 से डैम द्वारा महिला अस्पताल को भुगतान नहीं किया गया है जिसके कारण जननी सुरक्षा योजना का भुगतान लंबित है। जिलाधिकारी ने 24 घंटे में जेएसवाई का भुगतान न होने पर डैम को निलंबित करने की चेतावनी दी है। सैम और मैम बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करने की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किसी भी अभिभावक से इस बाबत संपर्क नहीं किया गया। इसी प्रकार अनटाइड फंड की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि जिले में किसी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अनटाइड फंड द्वारा के व्यय की स्थिति बेहद खराब है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को दो दिन के अंदर पूरे जनपद में अनटाइड फंड में उपलब्ध बजट तथा ग्राम पंचायतवार अनटाइड फंड के खर्च का पूरा विवरण तलब किया है। जिलाधिकारी ने योजनावार विभिन्न पैरामीटर्स में सुधार ना होने पर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी की जवाबदेही तय करने की चेतावनी दी है तथा कहा है कि 15 दिन के अंदर सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की रैकिंग सुधर जाए अन्यथा बड़ी कार्यवाही से वे कतई परहेज नहीं करेंगे।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजय सिंह गौतम, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल डॉ घनश्याम सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला अस्पताल डॉक्टर एपी मिश्रा, डीपीओ मनोज कुमार, डीपीएम अमरनाथ, डीसीपीएम डॉक्टर आरपी सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारीगण तथा सीडीपीओ उपस्थित रहे।
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