करनैलगंज (Colonelganj) /गोंडा (Gonda) -
राजस्थान (Rajasthan) के कोटा शहर से आए हुये छात्र-छात्राओं की सकरौरा स्थित जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय में थर्मल स्क्रीनिंग की गई, जिसमें सीएचसी अधीक्षक डॉ सुरेश चंद्रा अपनी टीम के साथ पूरी तरह मुस्तैद दिखे।
बता दें कि प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) द्वारा राजस्थान के कोटा शहर में तैयारी करने वाले छात्रों को विशेष बसों से उनके घर भेजने का काम शुरू किया गया है। वहाँ फँसे छात्रों को निकालने के लिये कई बसें लगाई गई हैं। कोटा से अपने घर वापस पहुँचने वाले बच्चों में काफी खुशी देखने को मिली।
इस दौरान श्रावस्ती की रहने वाली आकांक्षा पाठक ने योगी सरकार को थैंक्यू बोलते हुये कहा कि हम वहाँ नीट की तैयारी कर रहे थे, लॉकडाऊन के बाद हमको बड़ी दिक्कत होने लगी थी, योगी सरकार ने हमको सुरक्षित घर पहुँचा दिया है हम बहुत खुश हैं,
इसी तरह अन्य छात्रों ने योगी सरकार के इस कार्य की प्रसंशा करते हुये कहा कि दूसरे प्रदेश की सरकारों को भी अपने बच्चों को वहाँ से निकलना चाहिये।रविवार को कोटा से आई 6 बसों के द्वारा 160 बच्चों को करनैलगंज लाया गया, जिसमे 142 बच्चे गोण्डा के और 18 बच्चे अन्य जनपद के बताये गये। आये हुये छात्रों की स्क्रीनिंग की गई। और प्रशासन द्वारा उनके लिये भोजन की भी व्यवस्था करायी गई ।
सभी का विवरण लेकर उन्हें उनके घरों तक भेजा गया जहां उन्हें 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन रहने का शपथ पत्र भी भरवाया गया है। इस बीच अपने घर पहुँचने के लिये उतावले छात्रों द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों की जमकर अनदेखी की गई जिसे देख कर डॉ सुरेश चंद्रा द्वारा बार- बार चेताया जा रहा था।
मौके पर मौजूद एसडीएम ज्ञान चंद गुप्ता से जब इस बावत सुझाव दिया गया तो उन्होंने कहा ये सब बसों में क्या शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करके आये हैं। जहाँ एक तरफ पूरे देश मे लॉकडाउन के चलते शोसल डिस्टेंसिंग बनाये रखने हेतु योगी सरकार द्वारा सख्त निर्देश जारी किये गये हैं,वहीँ प्रशासन की मौजूदगी में शोसल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जो अपने आप मे बड़ा सवाल है। और कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गये दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन न किया जाना संक्रमण फैलने की आशंका को बढ़ावा देता है।