रेवांरी में 1992 में चोरी हुई राम लक्ष्मण सीता की अष्टधातु की मूर्ति 29वर्ष के संघर्ष के बाद मिली वापस,कोतवाली में हुआ दिव्य श्रंगार

करनैलगंज/गोण्डा - स्थानीय कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक गांव के मन्दिर से चोरी हुई अष्टधातु की मूर्तियाँ करीब 29 वर्ष के बाद आज पुनः गांव में वापस भेजी गई । काफी दिनों बाद अपने आराध्य को पाकर गांव वालों में काफी प्रसन्नता दिखी। मामला कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पँचायत रेवांरी से जुड़ा है। मिली जानकारी के मुताविक रेवारी गांव में वर्ष 1992 में गांव के एक मंदिर से श्रीराम लक्ष्मण तथा माता सीता जी की अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी हुई थी,जिसे पुलिस द्वारा मात्र 24 घन्टे के अंदर बरामद भी कर लिया गया था,तथा मामले में कुछ आरोपी जेल भी भेजे गये थे। और तभी से यह प्रकरण न्यायालय में लम्बित था। सोमवार को अष्टधातु से निर्मित प्रभु श्री रामचंद्र, माता सीता व लक्ष्मण जी की अति प्राचीन मूर्तियाँ करीब 29 वर्षों बाद माननीय न्यायालय के आदेश से अवमुक्त की गई। प्रभु श्री राम माता सीता और लखन जी 29 साल तक एक बोरी में बन्द रही मूर्तियों को कोतवाली में दिवान रजनीकान्त सिंह द्वारा खोला गया,और ठीक से नहला धुला कर नये वस्त्र आभूषण पहनाकर पुष्पों की माला से सुशोभित करके मिष्ठान वगैरह भोग लगवाया गया। तथा प्रभु राम को सपरिवार सहित मुकदमे के पैरोकार राजू सिंह को सुपुर्द किया गया। इस दौरान स्थानीय कोतवाली के अन्य लोग भी मौजूद रहे। उधर करीब 29 वर्षो बाद गाँव दुबारा अपने आराध्य को पाकर लोगो मे खासा उत्साह रहा।

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