बलरामपुर - शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बलरामपुर में 9800 करोड़ रुपये लागत वाली सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का रिमोट का बटन दबाकर राष्ट्र को समर्पित किया, जिससे राप्ती तथा सरयू बैराज खुल गया तथा जल प्रवाह बह चला। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस क्रांतिकारियों की धरती ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना अमूल्य योगदान दिया। राजा देवी बक्श सिंह, राजा कृष्णदत्तराम, और पृथ्वी पाल सिंह जैसे पराक्रमियों ने अंग्रेजी शासन से लोहा लेने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी, अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम मंदिर की जब तक बात होगी बलरामपुर रियासत के महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद सिंह के योगदान का उल्लेख युगो-युगो तक होगा। बलरामपुर की जनता ने नानाजी देशमुख एवं अटल बिहारी बाजपेई के रूप में दो-दो भारत रत्नों को गढ़ा एवं संवारा है। प्रधानमंत्री जी द्वारा दिसंबर को हेलीकॉप्टर हादसे में अपनी जान गवाने वाले भारत के पहले प्रमुख सीडीएस विपिन रावत तथा तेरह अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत का जाना हर भारत प्रेमी के लिए, हर राष्ट्रभक्त के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, देश की सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाने का कार्य, बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, तीनों सेनाओं में तालमेल सुदृढ़ करने का अभियान ऐसे अनेक के कार्य उनके द्वारा किए गए जिसका पूरा देश साक्षी है। सैनिक का पूरा जीवन योद्धा की तरह होता है, देश की आन बान शान के लिए वह हरदम समर्पित होता है। उन्होंने कहा कि यूपी के सपूत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जीवन बचाने के लिए डॉक्टर जी जान से लगे हुए हैं प्रधानमंत्री द्वारा मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा की प्रार्थना की।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना को सर्वोपरि रखते हुए देश आज हर वह काम कर रहा है जो कि देश को 21वीं सदी में नई ऊंचाई पर ले जाएं, देश के विकास के लिए जरूरी है कि पानी की कमी कभी बाधा ना बने इसलिए देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पानी पहुंचे। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है जब सोच इमानदार होती है तो काम दमदार होता है। उन्होंने कहा कि इस योजना का दशकों से पूरा होने का इंतजार किया जा रहा था, आज वह सपना पूरा हो रहा है। घाघरा,सरयू, राप्ती,बाणगंगा और रोहिनी नदी की जल शक्ति इस क्षेत्र में समृद्धि का नया दौर लाने वाली है, इस परियोजना का लाभ बलरामपुर के साथ-साथ बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोरखपुर, महाराजगंज और संतकबीरनगर के लाखों किसान भाइयों को मिलेगा।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बारिश के मौसम में इस क्षेत्र के लोगों को बाढ़ जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से उनका समाधान निकालने में काफी हद तक मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से लाखों किसानों को पानी प्राप्त होगा और उनका आशीर्वाद मिलेगा जो कि जीवन भर कार्य करने की ऊर्जा देगा। उन्होंने कहा कि ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम की भूमि है उनके लिए सिंचाई की व्यवस्था जीवन बदलने वाली होती है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि पारंपरिक खेती के साथ-साथ अधिक आय देने वाली फसल का भी उत्पादन करें।
प्रधानमंत्री ने बलरामपुर के मसूर दाल की चर्चा करते हुए कहा की सरयू नहर परियोजना से सिंचाई के बाद किसान खाद्यान्न के साथ-साथ फल फूल, मत्स्य पालन तथा सब्जी उत्पादन से अपनी आय बढ़ा सकेंगे। उन्होंने देश के धन, समय, संसाधन के दुरुपयोग पर पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि देश के संतुलित एवं संपूर्ण विकास के लिए यह प्रगति की सबसे बड़ी रुकावट है।
उन्होंने पिछली सरकारों पर सरयू नहर परियोजना को लटकाने और भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार के साढ़े 4 साल के कार्यकाल में इस परियोजना को पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि जब यह परियोजना शुरू हुई थी तो इसकी लागत 100 करोड़ से भी कम थी और वर्तमान समय में 9800 करोड रुपया खर्च करके इस परियोजना को पूरा किया जा सका है। धन एवं समय के अपव्यय की कीमत क्षेत्र के किसानों को 100 गुना कीमत अदा करके चुकाना पड़ा है। अगर यह पानी उसे समय से मिल गया होता तो वह अपने खेतों में सोना पैदा करते और अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा देते।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को प्रतिवर्ष ₹6000 किसान सम्मान निधि का दिया जा रहा है। पशुपालन, मधुमक्खी पालन, दुग्धउत्पादन बढ़ाने के लिए योजनाएं संचालित की गई हैं। गन्ने से एथेनाल बनाने में यूपी आगे बढ़ रहा है। पिछले 1 वर्ष में उत्तर प्रदेश द्वारा 12000 करोड रुपए का एथेनॉल दूसरे प्रदेशों को बेचा गया है। पहले गन्ना किसानों को समय पर उनके गन्ने का भुगतान नहीं मिल पाता था, योगी सरकार आने के बाद नई चीनी मिलो को खोलने के साथ-साथ गन्ना मूल्य का भुगतान भी कराया गया है।
उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर से प्राकृतिक खेती करने के संबंध में एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसके द्वारा कम से कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील किया कि वह इस कार्यक्रम से जुड़े और नई तकनीक सीखें। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में सामान्य किसानों के साथ-साथ थारू जनजाति के भाइयों को भी विकास का लाभ मिल रहा है। पहले धन, मकान ,सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ केवल पुरुषों को मिल पाता था। प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य योजनाओं में अब महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि 2 लाख करोड़ रुपए से पक्के मकान बनाने का व्यवस्था की जा रही है ताकि सभी गरीब परिवारों को मकान मिल सके। उन्होंने कहा कि पिछले 100 साल के भीतर देश ने पहली बार सबसे बड़ी महामारी कोरोना से लड़ाई लड़ी है। हमने प्रयास किया है कि कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा ना सोए। उन्होंने आश्वासन दिया कि होली तक सभी कार्ड धारकों को निशुल्क खाद्यान्न मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें माफियाओं को संरक्षण देती थी, परंतु योगी सरकार माफियाओं के सफाई में लगी हुई है। पहले सरकार जमीन पर अवैध कब्जा कराती थी और अब योगी सरकार उस पर बुलडोजर चला रही है। अब अपराधी उत्तर प्रदेश में गलत काम करने से पहले सौ बार सोचता है और यदि उसने गलती किया तो जेल में दुबका नजर आता है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुये कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के प्रारंभ होने से 30 लाख किसानों के खेत को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और उनकी आय दुगनी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा तथा रोहिन नदियों को जोड़ते हुए पूर्वांचल के 9 जिलों को इस योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके उद्गम स्थान अत्यंत रमणीक है और उनका पर्यटन के दृष्टिकोण से भी विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत प्रदेश की अट्ठारह में से 17 सिंचाई परियोजनाएं पूरी हो गई हैं। इसके लिए उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एकमात्र परियोजना जिसका पूर्ण होना अवशेष है वह मध्य गंगा परियोजना है और इसका 3 जनपदों में काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से पूर्वांचल को पिछड़ा माना जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वांचल में 31 साल बाद गोरखपुर में नए खाद कारखाने का उद्घाटन हो गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए एम्स का उद्घाटन हो गया है। एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज के तर्ज पर पूर्वांचल के तमाम जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं। दिमागी बुखार, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। प्रधानमंत्री जी ने गोरखपुर में वायरल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया है जहां सभी प्रकार के वायरस जनित बीमारियों का जांच किया जा सकेगा।
सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के राष्ट्र को समर्पण के अवसर पर मा0 राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
लोकार्पण कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कानून मंत्री श्री बृजेश पाठक, समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री, सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सांसद बृजभूषण सिंह, कीर्तिवर्धन सिंह, अक्षयवर लाल गौड़, राज्य मंत्री पल्टूराम, बलदेव सिंह औलख, विधायक गण बावन सिंह, सुभाष त्रिपाठी, शैलेंद्र सिंह शैलू, प्रतीक भूषण सिंह, राम प्रताप वर्मा, विनय द्विवेदी, प्रेम नारायण पांडे, राम फेरन पांडे, कैलाश नाथ शुक्ला, प्रभात वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्रा आदि गणमान्य व्यक्तियों ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ० महेंद्र सिंह ने सभी का स्वागत किया।
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