गोण्डा- शुक्रवार को 268 पेयजल परियोजनाओं के अतिरिक्त 33663.26 लाख रुपए लागत की 104 नग परियोजनाओं की शासन से स्वीकृति हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन व अमृत योजना के तहत आच्छादित पेयजल परियोजनाओं के सम्बन्ध में सभी उप जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिन परियोजनाओं के लिए भूमि अभी उपलब्ध नहीं हो पाई है उनके लिए व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास करते हुए शीघ्रातिशीघ्र भूमि उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बताते चलें कि जिले में 268 और पाइप पेयजल परियोजनाओं का अनुमोदन पूर्व में ही जिलाधिकारी द्वारा प्रदान किया गया है। बैठक में ज्ञात हुआ कि 846 पेयजल परियोजनाओं के निर्माण के सापेक्ष अब तक 134 पेयजल परियोजनाओं के लिए भूमि नहीं उपलब्ध हो सकी है। 268 पेयजल परियोजनाएं 885 करोड़ रूपए की लागत से बनेगीं, जिसमें 846 ग्राम पंचायतों के 1261 राजस्व ग्रामों में पेयजल सुविधा पहुंचाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत 2640 बस्तियों की 860976 आबादी को पेयजल की आपूर्ति होे सकेगी। इसके अलावा अमृत योजनान्तर्गत नगर पालिका परिषद गोण्डा में गृह जल संयोजन कार्य के तहत अब तक 7936 घरों में कनेक्शन दिया गया है तथा 13.50 किलोमीटर पेयजल वितरण प्रणाली बिछाने का कार्य किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य वर्ष 2024 निर्धारित किया गया है तथा पेयजल परियोजनाओं के निर्माण हेतु मेसर्स लारसेन एंड टुब्रो माउण्ट पूनमपल्ली रोड मनपक्कम चेन्नई को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। पेयजल परियोजनाओं के निर्माण हेतु 846 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष 698 नग ग्राम पंचायतों में भूमि उपलब्ध करा दी गई है तथा शीघ्र परियोजनाओं के निर्माण का कार्य शुरू होगा।
बैठक में सीआरओ आरआर प्रजापति, एसडीएम सदर कुलदीप सिंह, मनकापुर हीरालाल, करनैलगंज शत्रुघ्न पाठक, तरबगंज राजेश कुमार, सीएमओ डाॅ0 आर0एस0 केसरी, एक्सईएन जल निगम मुकीम अहमद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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